विराट कोहली को तो मॉस्क की जरूरत ही नहीं पड़ी?

Webdunia
रविवार, 3 दिसंबर 2017 (20:16 IST)
नई दिल्ली। श्रीलंका के 7 खिलाड़ियों के मॉस्क पहने हुए चेहरे और प्रदूषण को लेकर बार-बार खेल रोकना रविवार को दिनभर की सबसे बड़ी चर्चा का विषय बन गया। लेकिन भारतीय गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने इस पर एक तरह से अपने जवाबी प्रहार करते हुए कहा कि टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली को 2 दिन बल्लेबाजी करते हुए एक बार भी मॉस्क की जरूरत नहीं पड़ी? 
 
भरत अरुण ने तीसरे और अंतिम टेस्ट के दूसरे दिन के खेल के बाद संवाददाता सम्मेलन में प्रदूषण के मुद्दे को लेकर उठे सवालों पर कहा कि विराट ने लगभग 2 दिन तक बल्लेबाजी की लेकिन उन्हें एक बार भी मॉस्क पहनने की जरूरत नहीं पड़ी। हमारा ध्यान पूरी तरह अपने खेल पर केंद्रित था और हम इस बात को लेकर कुछ भी नहीं सोच रहे थे कि दूसरी टीम और उसके खिलाड़ी क्या कर रहे हैं? 
 
मैच के दूसरे दिन दूसरे सत्र में श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने प्रदूषण को लेकर कई बार खेल रुकवाया जिसके बाद कप्तान विराट ने भारत की 1ली पारी 536 के स्कोर पर घोषित कर दी। दिन की समाप्ति के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदूषण ही सबसे बड़ा मुद्दा बना हुआ था। 
 
भरत अरुण ने प्रदूषण की चिंता पर बार-बार पूछे जाने पर कहा कि प्रदूषण देश में हर जगह पर है लेकिन हम सिर्फ उसी बात पर अपना ध्यान केंद्रित करते हैं, जो हमें करना है। हम मौसम आदि बातों को लेकर चिंता नहीं करते। 
 
टीम के कोच रवि शास्त्री के मैदान में जाकर अंपायरों से बातचीत करने के सवाल पर गेंदबाजी कोच ने कहा कि रवि सिर्फ इतना ही कहने गए थे कि खेल को बार-बार रोको मत और इसे जारी रखें। उन्होंने साथ ही कहा कि खेल की परिस्थितियों को देखना और अंपायरों और मैच रैफरी का काम है। यह खिलाड़ियों का काम नहीं है कि वे बार-बार खेल को रोकें।
 
भरत अरुण ने माना कि इस तरह बार-बार खेल रुकने से विराट की एकाग्रता पर असर पड़ा और वे अचानक अपना विकेट गंवा बैठे। पारी घोषित करने के समय को लेकर उन्होंने कहा कि हम 550 से ऊपर के स्कोर पर पारी घोषित करना चाहते थे। हमारा स्कोर इसके आसपास पहुंच चुका था इसलिए हमने पारी घोषित कर दी।
 
कुछ श्रीलंकाई खिलाड़ियों की तबीयत खराब होने और उनके उल्टी करने के श्रीलंकाई कोच निक पोथास के बयान पर भरत अरुण ने कहा कि हम इस बारे में कुछ भी नहीं सोचते कि उनकी समस्या क्या है? हमारा काम अपने खेल पर ध्यान लगाना है और वही हम कर रहे थे। (भाषा)

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