इंग्लैंड के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज में कप्तान के तौर पर कोहली ने पूर्व वेस्टइंडीज पूर्व कप्तान क्लाइव लॉयड की बराबरी कर ली थी। आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में उनकी कप्तानी में टीम को हार का मुंह देखना पड़ा था इस कारण वह कुल टेस्ट जीतों में वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान से आगे नहीं निकल पाए थे।
लेकिन लॉर्ड्स के मैदान पर ऐतिहासिक जीत के बाद वह टेस्ट मैचों में चौथे सबसे सफल कप्तान बन गए हैं। विराट अपनी कप्तानी में 63 मैचों में 37 मैच जीते चुके हैं और उन्हें 15 बार हार का सामना करना पड़ा है। वहीं क्लाइव लॉयड ने वेस्टइंडीज टीम को 74 मैचों में 36 बार जीत दिलायी थी और 12 बार इंडीज की टीम हारी थी।
विराट कोहली से आगे अब सिर्फ 3 कप्तान खड़े हैं। पहले दक्षिण अफ्रीका केपूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ जिन्होंने अपनी कप्तानी में टीम को 109 टेस्टों में 53 में जीत दिलाई और 29 बार हार का सामना किया।
इसके बाद दो ऑस्ट्रेलियाई कप्तानों से भी विराट कोहली पीछे हैं। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने 77 टेस्ट मैचों में 48 बार टीम को जीत दिलाई थी और 16 बार उनकी कप्तानी में टीम को हार का सामना करना पड़ा।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव वॉ ने 57 टेस्टों में ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी की और टीम को 41 मैचों में जीत दिलाई।इस दौरान ऑस्ट्रेलिया सिर्फ 9 मैचों में हारी।
एक और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान एलेन बॉर्डर की जीत के रिकॉर्ड को विराट कोहली इंग्लैंड से हुई टेस्ट सीरीज में ही तो तोड़ चुके हैं। बॉर्डर ने 32 टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया को जीत दिलायी थी।
कोहली जल्द ही होंगे नंबर 1 कप्तान
विराट कोहली इस लिस्ट में जल्द ही नंबर 1 पर दिख सकते हैं। इसका कारण है टीम का SENA Countries (South Africa, England, Newzealand, Australia) में बेहतर प्रदर्शन। टीम घर में स्पिन ट्रैक पर तो जीत पा ही रही है। साथ ही में ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम को उसी के घर में 2-1 से मात देकर लौटी और अब इंग्लैंड में भी 1-0 से आगे हैं। इसका मतलब यह है कि भारत की तेज गेंदबाजी जो कभी कमजोरी हुआ करती थी अब सबसे बड़ी ताकत के रूप में उभर रही है।
दक्षिण अफ्रीका की टीम अब टेस्ट में शीर्ष खिलाड़ियों के जाने के बाद लचर नजर आ रही है। भविष्य में अगर टीम इंडिया अफ्रीका का दौरा करेगी तो निश्चित रूप से वहां से जीतकर ही लौटेगी। वहीं न्यूजीलैंड जो भारत को हराकर विश्वटेस्ट चैंपियनशिप जीत चुकी आने वाले वक्त में टीम इंडिया के लिए एकमात्र चुनौती रहेगी। हालांकि अब न्यूजीलैंड में भारत बुरी से बुरी स्थिती में भी क्लीन स्वीप से संभवत नहीं हारेगी यह बात कांटे की हुई टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल बताने के लिए काफी है।
आलोचना के बीच भी बढ़ रहे हैं आगे
विराट कोहली बल्लेबाजी में तो फैब फोर में शामिल है भले ही लंबे समय से उनके बल्ले से शतक ना आया हो लेकिन बल्लेबाजी में वह भारतीय क्रम का एक अभिन्न अंग है। लेकिन कई बार उनकी कप्तानी सवालों के घेरे में आती है।
एडिलेड टेस्ट में जब पुछल्ले कंगारु बल्लेबाजों ने ज्यादा रन जोड़ दिए थे तो उनकी आलोचना हुई थी। अगले ही दिन भारत 36 पर ऑलआउट हो गया था और मैच 8 विकेट से हार गया था। हालांकि यह सीरीज अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में भारत 2-1 से जीतने में विजयी रहा।
वहीं आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में हार के बाद कप्तान कोहली पर सबने उंगलियां उठाई। खासकर अंतिम दिन जड़ेजा को जल्द गेंदबाजी पर ना लाने के लिए जिससे भारत यह मैच 8 विकेट से हार गया। इन सब के बावजूद कोहली लगातार अपनी कप्तानी में टेस्ट जीतते जा रहे हैं। (वेबदुनिया डेस्क)