वेस्टइंडीज के कोच बोले, हमारी गेंदबाजी में सुधार हुआ

Webdunia
सोमवार, 1 अगस्त 2016 (12:50 IST)
किंगस्टन। वेस्टइंडीज के कोच फिल सिमन्स ने भारत के खिलाफ दूसरे दिन अपने गेंदबाजों के अनुशासित प्रदर्शन की तारीफ करते हुए कहा कि वे अब भारतीय पारी जल्द समेटना चाहेंगे लेकिन साथ ही माना कि टीम को वापसी दिलाने की मुख्य जिम्मेदारी बल्लेबाजों की होगी।
 
भारत दूसरे दिन 88 ओवरों में केवल 232 रन ही बना पाया और उसने दिन का खेल समाप्त होने तक पांच विकेट पर 358 रन बनाए हैं। सिमन्स ने कहा कि उन्होंने अपनी टीम की गेंदबाजी में काफी सुधार देखा है। मेरा मानना है कि यह काफी बेहतर थी। अमूमन टेस्ट मैचों में 90 ओवरों में 270 रन तक बन जाते हैं लेकिन के एल राहुल की शानदार पारी और बाद में उनके कप्तान के तेजी से रन बनाने के बावजूद हमने उन्हें अधिक रन नहीं बनाने दिए। उन्हें 90 ओवरों में 230 रन ही बनाने देना एंटीगा की तुलना में हमारी गेंदबाजी में सुधार दिखाता है।
 
उन्होंने कहा, 'हमें अब बाकी बचे विकेटों को जल्दी निकालने के लिये कड़ी मेहनत करनी होगी और इसके बाद बल्लेबाजों को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी क्योंकि गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया है।
 
इस मैच में शतक बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज के एल राहुल ने भी गेंदबाजों की तारीफ की। यह पहले टेस्ट मैच की तुलना में एकदम भिन्न था जहां आसानी से रन बन रहे थे।
 
उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि गेंदबाजों को आज टेस्ट क्रिकेट में धैर्य बनाए रखने की सीख मिली जिस पर हम पिछले छह महीनों से बात कर रहे हैं। फिर जब विकेट इस तरह का हो जिससे मदद नहीं मिल रही हो तब आपका धैर्य बनाए रखना जरूरी हो जाता है।
 
सिमन्स ने कहा, 'इसके बाद आप जब धैर्य बनाए रखकर जो दबाव बनाते हो उससे आपको विकेट मिलते हैं। वे अब धैर्य बनाये रखना सीख रहे हैं और वे विश्वस्तरीय बल्लेबाजों पर अंकुश लगाने की कोशिश कर रहे हैं।
 
कोच ने इस बीच पहले बल्लेबाजी करने के अपनी टीम के फैसले का बचाव किया जबकि तब पिच में नमी थी और उसकी पूरी टीम पहली पारी में 196 रन पर आउट हो गए। इसके साथ ही उन्होंने बल्लेबाजों को दूसरी पारी में स्पिनरों के सामने सतर्क रहने के लिए भी आगाह किया।
 
उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि कल विकेट से बल्लेबाजों को किसी तरह की परेशानी थी। इसलिए मैं आगे भी ऐसी स्थिति में पहले बल्लेबाजी का ही फैसला करूंगा।
 
सिमन्स ने कहा कि अश्विन दुनिया का नंबर एक गेंदबाज है। उसे किसी भी विकेट पर खेलना मुश्किल होगा। उस विकेट को तो छोड़ ही दो जो टर्न ले रहा हो और जिसमें उछाल हो। उनका सामना करना मुश्किल होगा लेकिन यही टेस्ट क्रिकेट है। (भाषा) 
 
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