यह यक्षप्रश्न हर भारतीय क्रिकेटप्रेमी के जेहन में कौंध रहा है। सचिन तेंदुलकर के संन्यास के बाद भारतीय बल्लेबाजी की धुरी रहे कोहली ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के दौरान आठवीं बार स्लिप में कैच थमाया तो खुद पर चिल्लाए और अपनी जांघ पर मुक्का मारा।
36 वर्ष के कोहली आस्ट्रेलिया के खिलाफ पांचवें टेस्ट के दूसरे दिन आफ स्टम्प से बाहर जाती स्कॉट बोलैंड की गेंद पर आउट हुए। उनकी यह समस्या सुलझने का नाम ही नहीं ले रही जो तकनीकी से ज्यादा मानसिक है। लगातार एक ही तरीके से आउट होने से गेंदबाजों के लिए अब उन्हें परेशान करना मुश्किल नहीं रह गया है।
पर्थ और मेलबर्न में दो पारियों में 136 रन को छोड़ दिया जाए तो बाकी सात पारियों में उन्होंने महज 54 रन बनाए हैं।
समझा जाता है कि कोहली रिटायर होने के मूड में नहीं हैं और 2027 वनडे विश्व कप खेलना चाहते हैं।
भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) बार बार कह रहे हैं कि वह अभी और खेल सकते हैं। लेकिन एक पूर्व चयनकर्ता ने पूछा कि कोहली जून में होने वाले इंग्लैंड दौरे के लिए टीम में अपना दावा कैसे पेश करेंगे।
उन्होंने कहा , चयनकर्ताओं के लिए आईपीएल प्रदर्शन या फॉर्म के आधार पर रोहित शर्मा या विराट कोहली को चुनना कठिन होगा। इंग्लैंड दौरे से पहले टेस्ट क्रिकेट खेलना नहीं है तो उनका चयन किस आधार पर होगा।
सूत्रों की मानें तो कोहली का रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) खेलने का भी इरादा नहीं है जो 23 जनवरी से शुरू होना है। कोहली अधिकांश समय लंदन में अपने नए घर में रहते हैं और राष्ट्रीय टीम के साथ या IPL खेलने के लिए ही आते हैं। (भाषा)