रणजी ट्रॉफी फाइनल में वैसे तो यह तीसरा दिन है लेकिन लगातार दूसरे दिन क्रिकेट फैंस को शतक देखने को मिला। कल मुंबई सरफराज खान ने शतक बनाकर दिन अपने नाम किया था तो आज यह कारनामा मध्यप्रदेश के सलामी बल्लेबाज यश दुबे ने किया।
उन्होंने अपनी पारी की 234वीं गेंद पर चौका जड़कर शतक जड़ा। तीसरे दिन के भोजन अवकाश तक मप्र ने 1 विकेट खोकर 228 रन बना लिए।
इसका मतलब यह है कि कल शाम के स्कोर 123 रनों पर 1 विकेट से आगे खेलते हुए मप्र ने तीसरे दिन के पहले सत्र में बिना विकेट खोए 105 रन बनाए।
मध्य प्रदेश ने कल के एक विकेट के नुकसान पर 123 रन से शुक्रवार को आगे खेलना शुरू किया। यश ने 44 रन और शुभम ने 41 रन से अपनी पारी को आगे बढ़ाया। दोनों ने अपनी साझेदारी को मजबूती से आगे बढ़ाया और मुम्बई के गेंदबाजों को हावी होने का कोई मौका नहीं दिया।
मुम्बई के 374 के जवाब में बल्लेबाज़ी करने उतरी एमपी की शुरुआत भी बढ़िया रही। उन्होंने दूसरे पूरे दिन में 41 ओवरों तक बल्लेबाज़ी की और 123 रन बनाए और सिर्फ़ एक ही विकेट गंवाया। इस सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए तीसरे दिन दोनों बल्लेबाजों न ने न केवल अपने अर्धशतक पूरे किये बल्कि शतक पूरे करने के साथ साथ दोहरी शतकीय साझेदारी भी कर डाली।
मध्य प्रदेश का दूसरा विकेट मोहित अवस्थी को मिला जिन्होंने शुभम को विकेटकीपर के हाथों कैच कराया। मध्य प्रदेश का दूसरा विकेट 269 के स्कोर पर गिरा। यश ने रजत पाटीदार के साथ तीसरे विकेट के लिए 72 रन जोड़े।
यश 133 रन बनाकर टीम के 341 के स्कोर पर शम्स मुलानी की गेंद पर आउट हुए। लेकिन तब तक वह टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा चुके थे। तीसरा विकेट गिरने के बाद पाटीदार ने अपने कप्तान के साथ टीम को कोई और नुकसान नहीं होने दिया और मुम्बई के स्कोर के करीब पहुंच गए।