पंजाब फिलहाल 12 मैचों से 12 अंकों के साथ अंकतालिका में पांचवें नंबर पर हैं और उसकी नॉकआउट में पहुचंने की उम्मीदें बरकरार हैं। इसके लिए उसे न सिर्फ अपने शेष दोनों मैच जीतने होंगे बल्कि अन्य टीमों के परिणामों पर भी नजर रखनी पड़ेगी। चैलेंजर्स के खिलाफ जीत के लिए पंजाब के कप्तान एडम गिलक्रिस्ट को गेल नाम के कैरेबियाई तूफान को सस्ते में निपटाने का रास्ता ढूंढना पड़ेगा।
दूसरी तरफ चैलेंजर्स के 12 मैचों से 17 अंक हैं और वह नॉकआउट में जगह पक्की कर चुकी है। लेकिन उसकी कोशिश बाकी मैच जीतकर जीत की लय बरकरार रखने और अंकतालिका में चोटी का स्थान पाने की होगी।
पहले कोच्चि टस्कर्स केरल और अब दिल्ली डेयरडेविल्स पर शानदार जीत से पंजाब की टीम पूरी तरह से जीत की लय में आ चुकी है। पॉल वल्थाटी, शान मार्श, दिनेश कार्तिक और डेविड हसी जहां ढेरों रन बना रहे हैं वहीं गेंदबाजों के प्रदर्शन में भी निखार आया है।
वल्थाटी ने शुरुआती मैचों में शानदार प्रदर्शन किया था लेकिन बीच में लग रहा था कि उनके बल्ले की धार कुंद हो गई है। लेकिन दिल्ली के खिलाफ 62 रन की मैच विजयी पारी खेलकर वह एक बार फिर फॉर्म में वापस आ चुके हैं। वल्थाटी 438 रन बनाकर टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में शीर्ष पर हैं।
वल्थाटी के अलावा शान मार्श, दिनेश कार्तिक और डेविड हसी भी बेहतरीन फॉर्म में हैं। कप्तान गिलक्रिस्ट भी अपना दिन होने पर किसी भी गेंदबाजी क्रम की बखिया उधेड़ सकते हैं। इन बल्लेबाजों के सामने चैलेंजर्स के गेंदबाजों के सामने बड़ा स्कोर खड़ा करने की चुनौती होगी।
गेंदबाजी में पंजाब के पास प्रवीण कुमार, पीयूष चावला, रेयान हैरिस, भार्गव भट्ट, बिपुल शर्मा और जगदीश श्रीवास्तव जैसे गेंदबाज हैं जो विपक्षी बल्लेबाजों को बांध सकते हैं। चावला ने दिल्ली के खिलाफ शानदार गेंदबाजी करते हुए 16 रन पर तीन विकेट चटकाए थे। चैलेंजर्स के खिलाफ भी टीम को उनसे ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद रहेगी।
दूसरी तरफ चैलेंजर्स की सबसे बड़ी ताकत गेल हैं। गेल ने जबसे टीम में एंट्री मारी है तबसे टीम का नक्शा ही बदल गया है। वह अकेले ही विपक्षी गेंदबाजों पर भारी हैं और अब तक सात मैचों में 87.20 के औसत से 436 रन बना चुके हैं। इस दौरान उन्होंने रिकॉर्ड 32 छक्के मारे हैं जो विपक्षी गेंदबाजों में सिहरन पैदा करने के लिए काफी है।
गेल के अलावा तिलकरत्ने दिलशान, विराट कोहली, ए बी डीविलियर्स और सौरभ तिवारी चैलेंजर्स की बल्लेबाजी की रीढ हैं। डेनियल विटोरी की जगह कप्तानी संभाल रहे कोहली ने 11 मैचों में 402 रन बनाए हैं जिनमें तीन अर्द्धशतक शामिल हैं।
घुटने की चोट से जूझ रहे विटोरी का इस मैच में भी खेलना तय नहीं है। ऐसे में चैलेंजर्स की गेंदबाजी थोड़ा कमजोर नजर आती है। कोहली ने भी माना है कि विटोरी की भरपाई करना टीम के लिए आसान नहीं है। विटोरी ने काफी किफायती गेंदबाजी की है। जहीर खान, चार्ल लेंगवेल्ट और श्रीनाथ अरविंद पर पंजाब के बल्लेबाजों खासकर वल्थाटी को बांधने की जिम्मेदारी होगी। (वार्ता)