ईशांत को पता है कि उनसे क्या उम्मीदें की जा रही हैं, क्योंकि चार साल पहले पर्थ टेस्ट मैच में तत्कालीन ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग को दोनों पारियों में आउट करके उन्होंने अपनी छाप छोड़ी थी। उन्होंने कहा, ‘‘मुझसे काफी उम्मीद की जा रही है क्योंकि पिछले दौरे में मैंने अच्छा प्रदर्शन किया था। मैं अब पूरी तरह से तैयार हूं। मैंने प्रत्येक बल्लेबाज के लिए अलग रणनीति बनाई है।’’
ईशांत ने ‘कूरियर मेल’ समाचार पत्र से कहा, ‘‘मैं चार साल पहले नए गेंदबाज के तौर पर यहां आया था लेकिन आखिर में काफी कुछ सीख कर गया था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लोग उसी दौरे के बाद मेरे बारे में जानने लगे। वे मेरी गेंदबाजी के बारे में बात करने लगे और वह मेरे लिए बहुत अच्छा अनुभव था। मैं वास्तव में फिर से यहां आकर बहुत उत्साहित हूं।’’
ईशांत कैनबरा में गुरुवार को क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया अध्यक्ष एकादश के खिलाफ दो बार मैदान से बाहर गए लेकिन भारतीय टीम प्रबंधन ने कहा है कि उनकी फिटनेस चिंता का विषय नहीं है।
यदि ईशांत ऑस्ट्रेलिया की उछाल लेने वाली पिचों पर पिछली बार की तरह की प्रदर्शन करते हैं तो फिर ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों विशेषकर पोंटिंग के लिए काफी मुश्किल पैदा हो सकती है। पोंटिंग ने पिछले 30 से अधिक टेस्ट मैच से शतक नहीं जड़ा है और उन पर काफी दबाव है। ईशांत अब भी छह बार पोंटिंग को आउट कर चुके हैं। (भाषा)