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सचिन महान, धोनी नंबर वन ब्रांड

क्रिकेट जगत और साल 2010

हमें फॉलो करें सचिन महान, धोनी नंबर वन ब्रांड
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साल 2010 क्रिकेट जगत के लिए काफी उतार-चढ़ाव वाला रहा है, लेकिन साल के अंत में सभी उलझने दूर हुई और कहा जा सकता है कि यह साल क्रिकेट जगत के लिए अच्छा साबित हुआ। यह साल सचिन तेंडुलकर, महेंद्रसिंह धोनी, हाशिम आमला, जैक कैलिस जैसे खिलाड़ियों के लिए व्यक्तिगत उपलब्धियों वाला रहा। यह कहा जा सकता है कि इस साल दक्षिण अफ्रीका और भारत के क्रिकेटरों का दबदबा रहा।

2010 में जहाँ विश्व चैंपियन टीम ऑस्ट्रेलिया को कई करारी हार से गुजरना पड़ा, वही टीम इंडिया ने टेस्ट रैंकिंग में नंबर वन का स्थान हासिल किया। साल 2010 को अगर टीमों के प्रदर्शन के लिहाज से देखें तो यह मामूली साल साबित हुआ, लेकिन अगर इसे क्रिकेट जगत ी कॉन्ट्रोवर्सी के तहत देखें तो बहुत से विवाद रहे, जिन्होंने क्रिकेट जगत में उथल-पुथल मचाई।

विवादों से दूर इस साल क्रिकेट जगत में कुछ ऐसा भी हुआ, जिससे हर क्रिकेट प्रेमी को रश्क हुआ कि उसने एक महान खिलाड़ी जिसकी चर्चा पिछले 20 सालों के की जा रही है, उसे खेलते देखा। वास्तव में जिस खिलाड़ी का हम जिक्र कर रहे हैं, वह अपने नाम इतने रिकॉर्ड कर चुका है कि वह स्वयं क्रिकेट की महानता का प्रतीक बन चुका है। जी हाँ वह खिलाड़ी है सचिन तेंडुलकर।

 
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टीम इंडिया की रैंकिंग नंबर वन- टेस्ट क्रिकेट में भारतीय क्रिकेट टीम साल 2010 में पहली रैंक पर पहुँची। अक्टूबर-नवंबर माह में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को घरेलू टेस्ट सिरीज में हराकर अपनी रैंक कायम रखी। लेकिन अपने दक्षिण अफ्रीकी दौरे पर उसे रैंक की नंबर दो टीम दक्षिण अफ्रीका से कड़ी चुनौती मिली और वह संचुरियन में सिरीज का पहला टेस्ट हारकर टीम इंडिया की नंबर वन रैंकिंग खतरे में है। आईपीएल 3- इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के तीसरे संस्करण का आयोजन भारत में हुआ। इस बार फिर इस टूर्नामेंट में पाकिस्तानी खिलाड़ी नहीं खेल पाए। टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला चेन्नई सुपरकिंग्स और मुंबई इंडियंस के बीच हुआ, जिसे चेन्नई सुपर किंग्स ने जीता।

खेल के अलावा आईपीएल-3 के दौरान फ्रेंचाइसी और बोर्ड के बीच कई विवादों में भी रहे। वित्तीय मामलों में अनियमितता के कारण आईपीएल के तत्कालीन कमिश्नर ललित मोदी को उनके पद से हटाया गया। दूसरी तरफ कोच्चि, किंग्स इलेवन पंजाब और राजस्थान रॉयल्स फ्रेंचाइसी टीमों के मालिकान हक का विवाद यहाँ तक बढ़ा कि आईपीएल वर्किंग कमेटी ने इन तीनों फ्रेंचाइसी की सदस्यता भी खत्म कर दी। हालाँकि बाद में अदालत ने मामले में हस्तक्षेप किया और फ्रेंचाइसी की सदस्यता बर्खास्त करने के फैसले को उलट दिया।

चैंपियंस लीग टी-20- इस साल चैंपियंस लीग टी-20 का आयोजन दक्षिण अफ्रीका में किया गया। इस टूर्नामेंट में भारत की तरफ से चेन्नई सुपर किंग्स, मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू ने क्वालिफाई किया। फाइनल मुकाबले में चेन्नई ने दक्षिण अफ्रीका की ताकतवर टीम वारियर्स को 8 विकेट से हरा दिया।

एशिया कप 2010- महेंद्रसिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने 15 साल बाद एशिया कप जीता। फाइनल मुकाबले में भारत ने श्रीलंका को 81 रनों के अंतर से हराया। भारत का यह 5वाँ एशिया कप खिताब रहा।

टी-20 विश्व कप- टी-20 विश्व कप 2010 में बेहद प्रोफेशनल माने जाने वाली दो टीमें इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया ने फाइनल में जगह बनाई। खिताबी मुकाबले में इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया को हराया। टी-20 विश्व कप में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज माइकल हसी की पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल में खेली गई पारी की बहुत चर्चा हुई। हसी ने अंतिम ओवर में 22 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया को लगभग असंभव जीत दिलाई थी।

हर्शल गिब्स की किताब- दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेट हर्शल गिब्स ने अपनी आत्मकथा 'टू द प्वाइंट' में कई विवादास्पद खुलासे किए, जिससे दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट में हलचल मच गई। गिब्स ने अपनी किताब में वर्तमान दक्षिण अफ्रीकी टीम पर गुटबाजी सहित अन्य कई आरोप लगाए। इसके अलावा उन्होंने आईपीएल के दौरान हुए अपने मैदान के बाहर के अनुभव भी बताए।

मुथैया मुरलीधरन- क्रिकेट जगत के महान गेंदबाज श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन ने जुलाई में भारत के खिलाफ घरेलू टेस्ट सिरीज में अपने करियर के 800 विकेट पूरे किए। यह कारनामा करने वाले वे दुनिया के एकमात्र गेंदबाज हैं। मुरली की यह उपलब्धि इस मायने में भी महान है कि उन्होंने लगातार अपने खेल के ग्राफ को एक जैसा रखा और उनके प्रदर्शन में निरंतरता रही।

महेंद्रसिंह धोनी- धोनी के लिए यह साल बेहद कामयाबी वाला रहा। एक तरफ जहाँ उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने टेस्ट की नंबर वन रैंकिंग हासिल की, वहीं एकदिवसीय क्रिकेट में भी टीम में एशिया कप जीतने के अलावा और भी सफलता के झंडे गाड़े। धोनी ने अपनी कप्तानी में ही चेन्नई सुपर किंग्स को आईपीएल-3 और चैंपियंस लीग जैसे प्रतिष्ठित खिताब दिलवाए।

साल 2010 व्यक्तिगत रूप से भी धोनी के लिए बहुत कामयाबी वाला रहा। धोनी की शादी उनकी बचपन की साथी साक्षी के साथ जुलाई माह में हुई। इस शादी की खबर मीडिया को भी देर से मिली। इसके अलावा धोनी ने साल सबसे महँगे ब्रांड बन गए। यूबी ग्रुप के साथ उन्होंने 29 करोड़ और मैक्स के साथ उन्होंने 26 करोड़ करार किया।

 

2010 और क्रिकेट जगत के विवाद-

 

पाकिस्तान क्रिकेट के लिए यह साल बेहद निराशाजनक रहा। पिछले साल की तरह इस साल भी कोई टीम पाकिस्तान के साथ उसके मैदान पर खेलने को राजी नहीं हुई। मजबूरन उसे अपनी घरेलू सिरीज दुबई, आबुधाबी और इंग्लैंड में खेलनी पड़ी। दूसरी तरफ स्पॉट फिक्सिंग के कारण भी पाकिस्तान क्रिकेट का नाम खराब हुआ


स्पॉट फिक्सिंग- पाकिस्तान क्रिकेट टीम के इंग्लैंड दौरे के दौरान खुलासा हुआ कि पाकिस्तानी गेंदबाज मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमिर ने अपने कप्तान सलमान बट के साथ मिलकर टेस्ट मैच के दौरान स्पॉट फिक्सिंग की। हालाँकि इस खुलासे के तुरंत बाद प‍ीसीबी ने तीनों दोषी खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगा दिया, जिसे अंतरराष्‍ट्रीय क्रिकेट काउंसिल ने गंभीरता से लेते हुए तीनों क्रिकेटरों के खेलने पर मामले की जाँच पूरी होने तक रोक लगा दी।

'न्यूज ऑफ द वर्ल्ड' नामक समाचार पत्र ने स्पॉट फिक्सिंग के मामले को उजागर किया था, जिसमें यह भी कहा गया था कि पाकिस्तान-ऑस्ट्रेलिया के बीच इस वर्ष जनवरी माह में इंग्लैंड में खेली गई टेस्ट सिरीज का सिडनी टेस्ट भी फिक्स था। पाकिस्तान इस टेस्ट में जीत के करीब आकर हार गया था।

इस पूरे प्रकरण के दौरान क्रिकेट में सट्टेबाजी का प्रभाव दिखा और कई तरह की अफवाहें भी सुनने को मिली। इसी कड़ी में नवंबर माह में पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका के बीच आबुधाबी में वनडे सिरीज के दौरान पाकिस्तान के विकेटकीपर जुल्करनैन हैदर मैच शुरू होने से ठीक पहले तथाकथित सट्टेबाज की धमकी से डरकर लंदन चले गए, जहाँ उन्होंने अपनी जान को खतरा बताया। इन सभी विवादों से पाकिस्तान क्रिकेट की बहुत बदनामी हुई।

2010 और आईपीएल- इंडियन प्रीमियर लीग ने जितनी शोहरत हालिस की, उतना ही उसका नाम भी खराब हुआ। फ्रेंचाइसी टीमों के मालिकाना हक के विवाद ने आईपीएल के आयोजन पर ही प्रश्न चिन्ह लगा दिया था, लेकिन साल के अंत तक इस विवाद में अदालत ने हस्तक्षेप कर फ्रेंचाइसी टीमों दौर आईपीएल वर्किंग कमेटी के बीच उलझे मामलों को सुलझाने में भूमिका निभाई।

बॉम्बे हाईकोर्ट ने आईपीएल वर्किंग कमेटी द्वारा निलंबित टीम फ्रेंचाइसी राजस्थान रॉयल्स और किंग्स इलेवन पंजाब को राहत देते हुए वर्किंग कमेटी के फैसले को उलट दिया। दूसरी तरफ कोच्चि टीम के मालिकान हक को लेकर शुरू हुआ विवाद भी सुलझा लिया गया। अगर सबकुछ ठीक रहा तो 2011 में आईपीएल-4 में राजस्‍थान, रॉयल्स, किंग्स इलेवन पंजाब और कोच्चि सहित कुल 10 टीमें हिस्सा लेंगी।

गिब्स की किताब का विवाद- हर्शल गिब्स ने अपनी आत्मकथा 'टू द प्वाइंट' में पूर्व कप्तान हैंसी कोन्ये को मैच फिक्सर बताया। इसके अलावा उन्हें बहुत से ऐसे संगीन आरोप लगाए जिन पर दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट बोर्ड ने नाराजगी जताई।

जुलकरनैन हैदर टीम से गायब- दक्षिण अफ्रीका के यूएई दौरे पर पाकिस्तान के विकेटकीपर जुलकरनैन हैदर आश्चचर्यजनक रूप से गायब हो गए। बाद में पता चला कि वे बुकी से डरकर दुबई से लंदन आ गए हैं। जुलकरनैन के अनुसार उन्हें मैच फिक्सिंग के लिए बाध्य किया जा रहा था और उन्हें तथा उनके परिवार को जान का खतरा था। इसी के साथ जुलकरनैन ने क्रिकेट से संन्यास की घोषणा भी कर दी। हालाँकि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने जुलकरनैन के रवैये पर हैरत जताई और उन पर बिना इत्तिला टीम छोड़कर जाने के जुर्म में अजीवन क्रिकेट खेलने पर प्रतिबंध लगाया।

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