अपनी 224 रन की पारी के लिए मैन ऑफ द मैच भी बने धोनी ने मैच के बाद कहा कि मैंने टेस्ट मे दोहरे शतक के बारे मे कभी नहीं सोचा था। मैंने तो देश के लिए खेलने के बारे मे भी कभी नहीं सोचा था, लेकिन मैं सिर्फ इतना ही कहना चाहता हूं कि मैं बहुत खुश हूं।
इस मैच में धोनी के करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी ने ही भारत की जीत की इबारत लिखी थी। अपनी पारी के बारे मे धोनी ने कहा कि मेरे लिए बड़े शॉट खेलने जरूरी थे। अगर आपके आसपास कई अतिरिक्त फील्डर मौजूद हों तो एक खराब शॉट भी आपका काम तमाम कर सकता है।
मैंने शुरुआत में बड़े शॉट केवल फील्ड को फैलाने के मकसद से खेले थे। सचिन तेंदुलकर और चेतेश्वर पुजारा ने ओपनरों के जल्दी आउट हो जाने के बाद अच्छी साझेदारी की। सचिन ने फिर विराट कोहली के साथ अहम साझेदारी की जिससे हमें एक मजबूत आधार मिल गया।
भारतीय कप्तान ने कहा कि हमारे शीर्ष बल्लेबाजों ने जो साझेदारियां की उसने ऑस्ट्रेलिया के गेदबाजों को थका दिया था। इससे मेरा काम आसान हो गया था। साथ ही हमारे निचले क्रम के बल्लेबाजो ने भी उपयोगी योगदान दिया जिसकी बदौलत हम बड़े स्कोर तक पहुंच पाए। टीम में जितना योगदान ऊपरी क्रम के बल्लेबाजों का होता है उतना ही योगदान निचले क्रम के बल्लेबाजों का भी होता है।
धोनी ने ऑस्ट्रेलियाई पारी में कुल 12 विकेट लेने वाले ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की सराहना करते हुए कहा कि अश्विन की गेंदों मे खासी विविधता थी। वे अपने प्रदर्शन में निरंतरता भी दिखा रहे थे। खासतौर पर उनकी ऑफ स्पिन गेंदें लाजवाब थीं। हरभजन सिंह ने भी दूसरी पारी में बढ़िया गेंदबाजी की और अश्विन का पूरा साथ दिया।
भारतीय कप्तान ने चेन्नई को अपने लिए खास स्थान बताते हुए कहा कि मेरे लिए यह जगह विशेष है। आईपीएल के पहले संस्करण से ही चेन्नई मेरे लिए खास बन गया है। यहां के दर्शक शानदार हैं और यह देखना अच्छा लगता है कि इतने लोग टेस्ट मैच देखने आ रहे हैं।
हैदराबाद में दो मार्च से होने वाले दूसरे टेस्ट के लिए धोनी ने कहा कि हमें इस लय को बरकरार रखना होगा और दूसरे टेस्ट पर अभी से फोकस करना होगा। हम वे गलतियां नहीं दोहरा सकते जो हमने इंग्लैड के खिलाफं की थीं। अगले टेस्ट से पहले गेंदबाजों को जो तीन दिन का ब्रेक मिला है उसमें उन्हें अपनी ऊर्जा को वापस हासिल करना होगा। भारत ने इस जीत के साथ चार मैचों की सिरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। (वार्ता)