कोविड: भारत में बढ़ती मौतों को लेकर चिंता

DW
शुक्रवार, 14 जनवरी 2022 (08:46 IST)
रिपोर्ट : चारु कार्तिकेय
 
भारत में कोविड-19 की तीसरी लहर के बीच न सिर्फ संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, बल्कि मरने वालों की संख्या भी बढ़ रही है। इसके अलावा संक्रमण के तेज प्रसार की चपेट में आने वाले जिलों की संख्या भी बढ़ रही है। भारत में पिछले 24 घंटों में लगभग 2.50 लाख नए मामले सामने आए और 380 लोगों की मौत हो गई। इनमें से 176 मौतों के आंकड़े अकेले केरल से आए हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि केरल में पिछले कई दिनों से पुराने आंकड़ों की जांच करके कुल आंकड़ों को ठीक किया जा रहा है।

ALSO READ: पहले रेमडेसिवीर की थी लहर, अब Molnupiravi है चर्चा में, क्‍या है ये, क्‍या कोरोना के इलाज में है जरूरी?
 
यानी यह केरल में ताजा मौतों की संख्या नहीं है बल्कि पुराने आंकड़ों का सामने आना है। लेकिन केरल को देश के आंकड़ों से हटा भी दें तो भी ताजा मौतों का आंकड़ा चिंताजनक है। कई राज्यों में मरने वालों की संख्या में बड़ी वृद्धि हुई है।
 
कई राज्यों में बढ़ोतरी
 
दिल्ली में ताजा आंकड़ों के मुताबिक 24 घंटों में 40 लोगों की मौत हो गई। उसके 1 दिन पहले 23 लोगों की मौत हुई थी और उसके 1 दिन पहले 17। एक रिपोर्ट के मुताबिक इससे दिल्ली में जनवरी में अभी तक मरने वाले कोविड संक्रमित लोगों की संख्या 133 हो गई है। यानी पिछले 6 महीनों में राजधानी में जितने लोगों की मृत्यु हुई थी, उससे ज्यादा लोगों की मृत्यु सिर्फ पिछले 12 दिनों में हो गई।
 
यह आश्चर्यजनक है, क्योंकि अभी तक भारत समेत दुनियाभर में संक्रमण की नई लहर लाने वाले ओमिक्रॉन वैरिएंट के बारे में माना यही जा रहा है कि यह लोगों को गंभीर रूप से बीमार नहीं करता है। ऐसे में भारत में मरने वालों की संख्या में होने वाली बढ़ोतरी का कोई सीधा स्पष्टीकरण सामने नहीं आया है।
 
दिल्ली के अलावा पिछले 24 घंटों में महाराष्ट्र में 32, पश्चिम बंगाल में 23, तमिलनाडु में 19 और पंजाब में 10 लोगों की मौत हो गई। दिसंबर के आखिरी सप्ताह तक करीब 20 राज्यों में 1 भी मृत्यु का मामला सामने नहीं आ रहा था। अब ऐसे सिर्फ 10 राज्य बचे रह गए हैं। हालांकि स्वास्थ्य अधिकारी अभी भी इन मौतों में कोई पैटर्न नहीं देख रहे हैं। उनका कहना है कि मरने वालों में अधिकांश लोगों को कोई-न-कोई गंभीर बीमारी थी।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरूर पढ़ें

मेघालय में जल संकट से निपटने में होगा एआई का इस्तेमाल

भारत: क्या है परिसीमन जिसे लेकर हो रहा है विवाद

जर्मनी: हर 2 दिन में पार्टनर के हाथों मरती है एक महिला

ज्यादा बच्चे क्यों पैदा करवाना चाहते हैं भारत के ये राज्य?

बिहार के सरकारी स्कूलों में अब होगी बच्चों की डिजिटल हाजिरी

सभी देखें

समाचार

बलिया : बिश्‍नोई गिरोह के नाम पर नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष से मांगी 10 करोड़ की रंगदारी

सुरक्षाबलों के लिए क्‍यों चुनौती बन रहे आतंकी, BSF अधिकारी ने दिया यह जवाब...

NCP अध्यक्ष अजित पवार का दावा, मुख्‍यमंत्री भाजपा का ही होगा, मगर कौन?

अगला लेख