पाकिस्तान: ये पार्टियां है सत्ता की दौड़ में

Webdunia
सोमवार, 28 मई 2018 (11:31 IST)
पाकिस्तान में इस साल आम चुनाव होने हैं। चलिए जानते हैं कि कौन सी पार्टियां वहां चुनाव मैदान में होंगी, उनकी कितनी ताकत है, क्या चुनाव निशान है और कौन उन्हें चला रहा है।
 
 
पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन)
पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) अभी सत्ता में है। नवाज शरीफ को हटाए जाने के बाद शाहिद खाकान अब्बासी देश के प्रधानमंत्री पद पर हैं। पार्टी के चेयरमैन नवाज शरीफ के भाई शाहबाज शरीफ हैं। 1988 में स्थापित इस पार्टी का चुनाव निशान शेर है। 342 सदस्यों वाली नेशनल असेंबली में पार्टी के 188 सदस्य है।
 
 
पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ
क्रिकेट से राजनेता बने इमरान खान ने 1996 में पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ पार्टी की बुनियाद रखी। फिलहाल नेशनल असेंबली में 33 सीटों के साथ पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ तीसरी सबसे बड़ी पार्टी है। इमरान खान की पार्टी का चुनाव चिन्ह क्रिकेट का बैट है। युवाओं में इमरान बहुत लोकप्रिय हैं।
 
 
पाकिस्तान पीपल्स पार्टी
पाकिस्तान के सिंध प्रांत में बेहद मजबूत समझी जाने वाली पाकिस्तान पीपल्स पार्टी की स्थापना 1967 में जुल्फिकार अली भुट्टो ने की थी। अब उनके नवासे बिलावुल भुट्टो जरदारी पार्टी के प्रमुख हैं। पार्टी का चुनाव चिन्ह तीर है और नेशनल असेंबली में उसके 47 सदस्य हैं। सिंध सूबे में उसकी सरकार है।
 
 
मुत्तेहिदा कौमी मूवमेंट
एमक्यूएम की स्थापना 1984 में अल्ताफ हुसैन ने की थी। पार्टी का चुनाव चिन्ह पतंग है और पाकिस्तान के सबसे बड़े शहर कराची में उसका बहुत दबदबा माना जाता है। राष्ट्रीय संसद में उसके 24 सदस्य हैं। एमक्यूएम को विभाजन के बाद पाकिस्तान में जाकर बसे मुहाजिरों की पार्टी माना जाता है।
 
 
आवामी नेशनल पार्टी
आवामी नेशनल पार्टी पाकिस्तान के खैबर पख्तून ख्वाह में बड़ी ताकत रही है। हालांकि पिछले चुनावों में इमरान खान की तहरीक ए इंसाफ ने उसे प्रांतीय सत्ता से बाहर कर दिया। राष्ट्रीय संसद में उसके अभी सिर्फ दो सांसद हैं। पार्टी का चुनाव निशान लाल टोपी है और असफंदयार वली खान इसके प्रमुख हैं।
 
 
जमीयत उलेमा ए इस्लाम (एफ)
मौलाना फजलुर रहमान के नेतृत्व वाली जमीयत उलेमा ए इस्लाम (एफ) पाकिस्तान की एक सुन्नी देवबंदी राजनीतिक पार्टी है, जिसके नेशनल असेंबली में 12 सदस्य हैं। पार्टी की चुनाव चिन्ह किताब है। यह पार्टी 1988 में जमीयत उलेमा ए इस्लाम में विभाजन के बाद अस्तित्व में आई।
 
 
पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एफ)
यह पार्टी एक सिंधी धार्मिक नेता पीर पगाड़ा से जुड़ी हुई है। अभी नेशनल असेंबली में इसके पांच सदस्य हैं जबकि 168 सीटों वाली सिंध असेंबली में भी 9 सदस्यों के साथ वह मौजूद है। पार्टी का चुनाव चिन्ह गुलाब का फूल है। (तस्वीर पाकिस्तानी संसद की है।)
 
 
जमीयत उलेमा ए इस्लाम
इस पार्टी का मकसद पाकिस्तान को एक ऐसे देश में तब्दील करना है जो शरिया के मुताबिक चले। हालांकि जनता के बीच उसका ज्यादा आधार नहीं है। नेशनल असेंबली में उसके अभी सिर्फ चार सदस्य हैं। पार्टी तराजू के निशान पर चुनाव लड़ती है और सिराज उल हक इसके प्रमुख हैं।
 
 
पाकिस्तान मुस्लिम लीग (क्यू)
यह पार्टी नवाज शरीफ की पीएमएल (एन) से टूट कर बनी है। पार्टी के मुखिया शुजात हुसैन सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ के दौर में कुछ समय के लिए देश के प्रधानमंत्री रहे। फिलहाल नेशनल असेंबली में पार्टी के पास सिर्फ दो सीटें हैं। पार्टी का चुनाव चिन्ह साइकिल है।
 
 

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