सऊदी अरब घूमने जाएं तो इन बातों का ख्याल रखें वरना...

Webdunia
मंगलवार, 1 अक्टूबर 2019 (10:54 IST)
इस्लामिक देश सऊदी अरब ने भारत समेत 49 देशों के लिए टूरिस्ट वीजा जारी करने की घोषणा की है। इन नियमों के साथ नए शालीनता नियम बनाए हैं। इन शालीनता नियमों में कई इस्लामिक रीति-रिवाजों के आधार पर बने नियम भी शामिल हैं।
 
 
सऊदी अरब के गृह मंत्रालय ने घोषणा कि है कि देश में आने वाले विदेशी पर्यटकों के लिए शालीनता नियम बनाए हैं। इन नियमों का उल्लंघन करने पर जुर्माना देना होगा। इन नए नियमों में 19 तरह के नए अपराध शामिल किए गए हैं। इनमें 'अजीब या बेढंगे' तरीके से कपड़े पहनना, सार्वजनिक रूप से प्यार का प्रदर्शन, बिना अनुमति के किसी और की तस्वीरें लेना, इधर-उधर थूकना, कचरा फैलाना और इबादत के समय गाने बजाना शामिल है। इनके लिए जुर्माना 50 रियाल से 6,000 रियाल (लगभग 1000 रुपये से 1,20,000 रुपये) के बीच होगा।
 
 
ये नियम 49 देशों के लिए सऊदी अरब द्वारा टूरिस्ट वीजा जारी करने की घोषणा के बाद लागू किए गए हैं। इन 49 देशों में भारत, पाकिस्तान, अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन भी शामिल है। सरकार का कहना है कि पर्यटकों के लिए ये नियम इसलिए बनाए गए हैं जिससे वो देश के नियमों के मुताबिक ही व्यवहार कर सकें। सऊदी अरब में महिला पर्यटकों को कंधे और घुटनों तक ढकने वाले कपड़े पहनने के लिए कहा गया है। हालांकि उन्हें अपने सिर के बाल ढकने की जरूरत नहीं होगी जो सऊदी की महिलाओं को करना पड़ता है।
 
 
इन नियमों को लागू करने और जुर्माना लगाने की जिम्मेदारी सऊदी पुलिस और सऊदी धार्मिक पुलिस की होगी। इस धार्मिक पुलिस को मुतवा कहा जाता है। मुतवा का काम संगीत, शराब और अविवाहित लड़के-लड़कियों को साथ रहने से रोकना और सभी को दिन में पांच बार नमाज पढ़ने जैसे नियमों को लागू करना है।
 
 
2017 में क्राउन प्रिंस बने मुहम्मद बिन सलमान ने कई कट्टरपंथी नियमों में ढील दी है। इसके चलते वहां मुतवा का प्रभाव भी कम हुआ है। टूरिस्ट वीजा जारी करने के पीछे सऊदी अरब की अर्थव्यवस्था की तेल पर निर्भरता कम करना भी शामिल है।
 
 
सऊदी अरब का मानना है कि टूरिस्ट वीजा जारी करने के बाद 2030 तक सऊदी जीडीपी में पर्यटन का हिस्सा 3 से 10 प्रतिशत हो जाएगा। सऊदी अरब अभी तक कम समय की बिजनेस ट्रिप्स और मक्का मदीना की धार्मिक यात्रा के लिए ही वीजा जारी करता था।
 
 
हालांकि ये नहीं कहा जा सकता कि सऊदी में चल रहीं पुरानी परंपराओं के बावजूद कितने पर्यटक आते हैं क्योंकि अभी भी यहां विपरीत लिंगों के लोगों का घुलना मिलना और शराब पर पाबंदी जारी रहेंगे।
 
आरएस/एके (एएफपी, डीपीए, रॉयटर्स)
 
 

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