क्या है दिल्ली के स्कूलों में होने वाला हैप्पीनेस करिकुलम

Webdunia
मंगलवार, 25 फ़रवरी 2020 (08:26 IST)
मेलानिया ट्रंप भारत दौरे के दौरान दिल्ली के एक सरकारी स्कूल का जायजा लेने वाली हैं और वे सरकारी स्कूल में हैप्पीनेस करिकुलम के बारे में जानने की इच्छुक हैं।
ALSO READ: डोनाल्ड ट्रंप ने किया 'टीडीपी' का समर्थन तो मेलानिया ने पहनी कराते ड्रेस, यूजर्स बोले- सेल्फ डिफेंस के लिए पहनी ड्रेस
दिल्ली के सरकारी स्कूलों में नर्सरी से लेकर 8वीं तक के बच्चों को तनावमुक्त रखने के लिए हैप्पीनेस करिकुलम की शुरुआत की गई थी। 2018 में दिल्ली के सरकारी स्कूलों में बच्चों को तनाव से दूर रखने के लिए हैप्पीनेस करिकुलम की शुरुआत हुई थी। स्कूल शुरू होने के पहले पीरियड यानी 40 मिनट तक बच्चों की हैप्पीनेस पर ध्यान दिया जाता है।
 
हैप्पीनेस क्लास के तहत बच्चों से पहले 5 मिनट तक ध्यान लगवाया जाता है, उसके बाद बच्चों से अलग-अलग गतिविधियां कराई जाती हैं, कहानियों के माध्यम से बच्चों को ज्ञानवर्धक और नैतिकता संबंधित कहानियां सुनाई जाती हैं। हैप्पीनेस क्लास के जरिए बच्चों को खुद की सोच विकसित करने का मौका दिया जाता है।
 
दावा है कि इसके जरिए बच्चों को अपने आपको जाहिर करने का मौका मिलता है। दिल्ली सरकार का कहना है कि हैप्पीनेस क्लास के जरिए बच्चों को खुद के अंदर से सोच विकसित करने में मदद मिलती है।
ALSO READ: मेलानिया के कार्यक्रम में केजरीवाल-सिसोदिया के नाम हटाने पर अमेरिकी दूतावास का बड़ा बयान
दिल्ली के शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने आम आदमी पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति की सदस्य आतिशी की सलाह पर सरकारी स्कूलों में आमूल-चूल परिवर्तन किया था। आतिशी का कहना है हैप्पीनेस करिकुलम के कारण बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ा है और बच्चों का फोकस ज्यादा स्पष्ट हो पाया है।
 
दिल्ली के स्कूलों की कायापलट
 
दिल्ली सरकार का कहना है कि हैप्पीनेस करिकुलम के लागू होने के एक साल के अंदर ही दूसरे राज्यों के शिक्षाविदों से लेकर शिक्षा व्यवस्था से जुड़े लोग इसके बारे में आकर जानकारी ले रहे हैं और अपने-अपने स्तर से अपने यहां इसे लागू करने की कोशिश कर रहे हैं। दिल्ली सरकार का दावा है कि दिल्ली के सभी 1,000 सरकारी स्कूलों में 10 लाख के करीब बच्चे हैप्पीनेस की क्लास ले रहे हैं।
 
2018 में बौद्ध धर्म गुरु ने इस हैप्पीनेस क्लास का उद्घाटन किया था। तब से लेकर अभी तक सरकारी स्कूलों में हर रोज कक्षाओं की शुरुआत ही हैप्पीनेस क्लास से होती है। एक अखबार को दिए इंटरव्यू में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने हैप्पीनेस करिकुलेम के उद्देश्य के बारे में कहा कि हमारा उद्देश्य स्पष्ट है कि जो बच्चा पढ़ने में अच्छा है, वह समाज में भी अच्छा हो, वह परिवार में भी अच्छा हो। खुद खुश रहे और दूसरों को भी खुश रखे। बच्चा जब स्कूल से निकले तो वह इंसान बनकर भी निकले, यही इसका उद्देश्य है।
 
-रिपोर्ट आमिर अंसारी
Show comments

अभिजीत गंगोपाध्याय के राजनीति में उतरने पर क्यों छिड़ी बहस

दुनिया में हर आठवां इंसान मोटापे की चपेट में

कुशल कामगारों के लिए जर्मनी आना हुआ और आसान

पुतिन ने पश्चिमी देशों को दी परमाणु युद्ध की चेतावनी

जब सर्वशक्तिमान स्टालिन तिल-तिल कर मरा

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

अगला लेख