जनहित याचिका

विजयशंकर चतुर्वेदी

Webdunia
NDND
न्यायाधीश,

न्याय की भव्य-दिव्य कुर्सी पर बैठकर

तुम करते हो फैसला संसार के छल-छद्म का

दमकता है चेहरा तुम्हारा सत्य की आभा से।

देते हो व्यवस्था इस धर्मनिरपेक्ष देश में।

जब मैं सुनता हूँ दिन-रात यह चिल्लपों-चीख पुकार।

अधार्मिक होने के लिए मुझ पर पड़ती है समाज की जो मार

उससे मेरी भावनाओं को भी पहुँचती है ठेस,

मन हो जाता है लहूलुहान।

NDND
न्यायाधीश,

इसे जनहित याचिका मानकर

जल्द करो मेरी सुनवाई।

सड़क पर, दफ्तर या बाजार जाते हुए

मुझे इंसाफ की कदम-कदम पर जरूरत है।

Show comments

अपनों का दिन बनाएं मंगलमय, भेजें सुन्दर आध्यात्मिक सुप्रभात् संदेश

रात को शहद में भिगोकर रख दें यह एक चीज, सुबह खाने से मिलेंगे सेहत को अनगिनत फायदे

इम्युनिटी बढ़ाने के साथ दिन भर तरोताजा रखेंगे ये गोल्डन आइस क्यूब, जानिए कैसे तैयार करें

कॉर्टिसोल हार्मोन को दुरुस्त करने के लिए डाईट में शामिल करें ये 4 चीजें, स्ट्रेस को कहें बाय-बाय

क्या प्रोटीन सप्लीमेंट्स लेने से जल्दी आता है बुढ़ापा, जानिए सच्चाई

वेट लॉस से लेकर ग्लोइंग स्किन तक, तीखी हरी मिर्च खाने से सेहत को मिलते हैं ये फायदे

1 अप्रैल को ही क्यों मनाते हैं 'फूल्स डे'? जानिए मूर्ख दिवस का इतिहास और महत्व

Ghibli व एनीमे: जापानी 'कल्चरल सुपरपावर' से भारत को सीख

अप्रैल फूल 2025: दोस्तों और परिवार को हंसाने के लिए आजमाएं ये शानदार व्हाट्सएप प्रैंक और मजेदार चुटकुले, जानिए अप्रैल फूल डे का इतिहास

पानी की कमी भी हो सकती है मॉर्निंग सिकनेस की वजह, इन तरीकों से बनेगी आपकी सुबह ताजगी से भरपूर