8वीं लोकसभा 1984 : कांग्रेस को एकतरफा बहुमत, राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने

Webdunia
मंगलवार, 5 मार्च 2019 (18:59 IST)
31 अक्टूबर 1984 को प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या ने कांग्रेस के लिए ऑक्सीजन का काम किया तथा उसके लिए सहानुभूति मत बनाए। इंदिरा गांधी की मृत्यु के बाद लोकसभा को भंग कर दिया गया और राजीव गांधी ने अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली।
 
 
नवंबर 1984 के लिए चुनाव की घोषणा कर दी गई। चुनाव प्रचार के दौरान राजीव गांधी ने लोगों को अपने परिवार के योगदान की याद दिलाई और खुद को एक सुधारक के रूप में प्रस्तुत किया।
 
 
इस चुनाव में कांग्रेस ने भारी बहुमत से जीत हासिल की। इसने 409 लोकसभा सीटें और लोकप्रिय मतों का 50 फीसदी अपने नाम किया। यह पार्टी का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था।
 
 
तेलुगुदेशम पार्टी 30 सीटों के साथ संसद में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन गई। यह भारतीय संसद के इतिहास के उन दुर्लभ रिकॉर्डों में एक है जिसमें कोई क्षेत्रीय पार्टी मुख्य विपक्षी दल के रूप में उभरी।
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Aadhaar Card की नहीं पड़ेगी जरूरत, QR से मिलेगी डिटेल, क्या है Aadhaar Authentication App जुड़े सवालों के जवाब

कहां गई 56 इंच की छाती, Waqf law संविधान विरोधी, अहमदाबाद अधिवेशन में राहुल गांधी की चेतावनी- देश में आने वाला है आर्थिक तूफान

Tariff War : चीन ने अमेरिका पर लगाया 84% टैरिफ; ट्रंप को दे दी खुली चेतावनी- झुकेंगे नहीं

मोदी के गढ़ गुजरात से राहुल गांधी की जाति जनगणना की हुंकार, OBC वोटर्स को साधने की कवायद

क्या अमेरिका के जाल में फंस रहा है भारत, अर्थशास्त्री की चेतावनी - न बने चीन का मोहरा

अगला लेख