अमेठी लोकसभा सीट परिचय

Webdunia
गांधी परिवार के गढ़ के रूप में पहचानी जाती है अमेठी लोकसभा सीट। इस चुनाव में भी इस सीट पर पूरे देश की निगाहें लगी हैं। गठबंधन ने यहां कोई प्रत्याशी नहीं उतारा है। राहुल गांधी यहां से पिछले तीन लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं। इस बार भी भाजपा की स्मृति ईरानी का कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी से सीधा मुकाबला है, जिसमें दोनों की ही प्रतिष्‍ठा दांव पर है। 

परिचय : अमेठी उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख शहर और लोकसभा क्षेत्र है। अमेठी गांधी परिवार की कर्मभूमि है। अमेठी को नेहरू-गांधी परिवार का गढ़ कहा जाता है। अमेठी लोकसभा सीट पर कांग्रेस को सिर्फ दो बार हार का सामना करना पड़ा है।

जनसंख्या : 2011 की जनगणना के मुताबिक अमेठी की कुल जनसंख्या 18 लाख 67 हजार 678 है। इसमें पुरुषों की संख्या 9 लाख 45 हजार 235 और महिलाओं की संख्या 9 लाख 22 हजार 443 है। 
 
अर्थव्यवस्था : जिले की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार कृषि है। इसके साथ अमेठी में सार्वजनिक क्षेत्र के कई कारखाने स्थापित हैं।
 
मतदाताओं की संख्या : लोकसभा चुनाव 2014 के मुताबिक अमेठी संसदीय क्षेत्र में मतदाताओं की कुल संख्या 16 लाख 69 हजार 843 है, जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 8 लाख 90 हजार 595 और महिला मतदाताओं की संख्या 7 लाख 79 हजार 248 है। 
 
भौगोलिक स्थिति : अमेठी रेल और सड़क मार्ग से देश के कई प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। अमेठी के उत्तर में फैजाबाद, दक्षिण में प्रतापगढ़ और पश्चिम में रायबरेली जिला है।
 
16वीं लोकसभा में स्थिति : कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी यहां सांसद हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने बीजेपी उम्मीदवार स्मृति ईरानी को हराया था। वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में भी दोनों के बीच मुकाबला होगा।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Operation Mahadev क्या है, जिसमें ढेर हुआ पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड हाशिम मूसा

1 घंटे में कैसे मार गिराए आतंकवादी, किसने उठाया ऑपरेशन महादेव पर सवाल

रक्षामंत्री राजनाथ ने संसद में दी जानकारी, पाकिस्तान की गुहार पर रोका गया ऑपरेशन सिंदूर

पहलगाम का बदला, जम्मू कश्मीर के दाचीगाम में 3 आतंकवादी ढेर

अद्भुत संयोग! पीएम मोदी पक्षियों पर बोल रहे थे, तभी मंत्री के कंधे पर आ बैठा पक्षी (वीडियो)

सभी देखें

नवीनतम

देश को ऑपरेशन तंदूर चाहिए था, सिंदूर नहीं, लोकसभा में सपा सांसद राजभर का बयान

जम्मू-कश्मीर में मारे गए आतंकियों को लेकर क्‍या बोले उपराज्यपाल मनोज सिन्हा

प्रियंका गांधी का विदेश मंत्री से सवाल, ऑपरेशन सिंदूर में अमेरिका के रोल पर चुप क्यों हैं?

वाडियार राजा का अनादर नहीं किया, बयान की गलत व्याख्या की गई : यतींद्र सिद्धारमैया

डोनाल्ड ट्रंप का मुंह बंद कराओ या भारत में.. संसद में दीपेंद्र हुड्डा ने सरकार से की यह मांग

अगला लेख