भोपाल। भोपाल के चुनावी रण में कूदने के साथ ही लगता है कि दिग्विजय सिंह का सच से सामना हो गया है। तीस साल से बीजेपी के किले में तब्दील भोपाल लोकसभा सीट को जीतने के लिए इस बार कांग्रेस ने अपने सबसे चेहरे और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर दांव लगाया हैं।
भोपाल से उम्मीदवार बनने के बाद बुधवार को पहली बार भोपाल पुहंचे दिग्विजय सिंह ने इसे कांग्रेस के लिए टफ सीन माना।
प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कार्यकर्ताओं को चुनाव जीतने के टिप्स देते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि अगर कांग्रेस भोपाल सीट जीत लेती है तो पार्टी सूबे में 20 से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल कर लेगी।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि भोपाल, इंदौर और विदिशा तीन ऐसी सीटें हैं, जहां कांग्रेस को लंबे समय से जीत हासिल नहीं हुई है इसलिए कांग्रेस इस बार इन सीटों पर जीत हासिल करने के लिए पूरा जोर लगाएगी।
इसके कार्यकर्ताओं को पूरी ताकत के साथ अभी चुनावी मैदान में डट जाना चाहिए। दिग्विजय सिंह ने कहा कि लोकसभा चुनाव कोई प्रत्याशी नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी लड़ रही है इसलिए सभी कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर पार्टी के लिए काम करना चाहिए।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी माना था टफ सीट : दिग्विजय सिंह से पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी भोपाल को टफ सीट बताते हुए कहा था कि उनके कहने पर दिग्विजय सिंह राजगढ़ छोड़कर भोपाल से चुनाव लड़ने को तैयार हुए हैं।