अहमदनगर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महाराष्ट्र में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए शुक्रवार को कहा कि देश में हिन्दुस्तान के हीरो चलेंगे या पाकिस्तान के पैरवीकार, ईमानदार चौकीदार चलेंगे या फिर भ्रष्टाचारी नामदार? यह आपको ही तय करना है।
मोदी ने कहा कि बीते पांच वर्ष में जनभागीदारी से चलने वाली एक मजबूत, निर्णय लेने वाली सरकार, दुनिया ने भारत में देखी है। उससे पहले 10 वर्ष तक रिमोट वाली सरकार के दिनों में हर दिन घोटालों, घपलों की खबरें आती थीं। आज दुनिया भारत को महाशक्ति के रूप में देख रही है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस-एनसीपी की सरकार में कभी मुंबई में बम धमाके, कभी पुणे में, कभी ट्रेन में और बसों में धमाके होते थे। लेकिन पिछले पांच साल में ये बम धमाके बंद हो गए हैं। इस चौकीदार ने आतंक के सरपरस्तों में ये डर बिठाया है कि उनकी एक भी गलती, उन्हें भारी पड़ेगी। ये चौकीदार उन्हें पाताल से भी खोजकर निकाल लाएगा औऱ उन्हें सज़ा देगा। आज एक तरफ कांग्रेस, एनसीपी की महामिलावट के खोखले वादे हैं और दूसरी तरफ एनडीए के बुलंद इरादे हैं।
भाजपा नेता मोदी ने कहा कि कांग्रेस और एनसीपी ऐसे लोगों के साथ खड़ी हैं जो कह रहे हैं कि जम्मू-कश्मीर को भारत से अलग कर देंगे और जम्मू कश्मीर में अलग प्रधानमंत्री होना चाहिए। मुझे कांग्रेस से कोई उम्मीद नहीं है क्योंकि ये सब उन्हीं कि पैदावार है मगर शरद पवार क्यों चुप हैं? उन्होंने कहा कि मुझे ख़ुशी है की पूरा देश राष्ट्र रक्षा के लिए एक सुर में बात कर रहा है। यही विश्वास मेरी ताकत रहा है, जिसके बल पर मैं बड़े और कड़े फैसले ले पाया हूं।
मोदी ने कहा कि कांग्रेस जम्मू-कश्मीर से सेना को हटाने की बात कर रही है। कांग्रेस कह रही है कि सैनिकों को मिला विशेष अधिकार हटा देगी। जो इस बार पहली बार वोट देने जाने वाले हैं मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि क्या राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता आपको मंजूर है? आज स्वरोजगार के लिए करोड़ों युवा साथियों को बैंक से बिना गारंटी के लोन मिल रहा है तो उसके पीछे आपके वोट की ताकत है। गांव-गांव में सड़कें बन रही हैं, वर्षों से लटके रेलवे प्रोजेक्ट अगर आज पूरे हो रहे हैं तो इसके पीछे भी आपके वोट की ताकत है।
उन्होंने कहा कि भाजपा और एनडीए ने इस बार बड़े संकल्प लिए हैं। 23 मई के बाद एक बार फिर जब मोदी सरकार आएगी, तो पीएम किसान योजना का लाभ देश के सभी किसानों को मिलेगा। दिन रात मेहनत करने वाले छोटे किसानों को भी 60 साल की आयु के बाद पेंशन मिलेगी। एक तरफ हमारे संकल्प हैं, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस और एनसीपी के ढकोसले हैं।