विपक्षी दलों की हार पर शरद पवार का बयान, नहीं ठहराऊंगा ईवीएम को दोषी...

Webdunia
गुरुवार, 23 मई 2019 (19:18 IST)
मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने गुरुवार को कहा कि वह लोकसभा चुनाव में भाजपा के शानदार प्रदर्शन और विरोधी दलों की हार के लिए इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) को दोषी नहीं ठहराएंगे। दूसरे विरोधी दलों के साथ राकांपा ने भी ईवीएम से छेड़छाड़ की आशंका जताई थी।

पवार ने कहा कि विपक्षी दलों को अंदेशा था कि भाजपा कुछ राज्यों में अच्छा करेगी लेकिन पूरे देश में इस तरह की ‘बड़ी जीत’ की अपेक्षा नहीं थी। पवार ने कहा, ईवीएम को लेकर संदेह जताए गए थे। उन्होंने कहा, लेकिन अब नतीजे आने के बाद मैं मशीनों को दोष नहीं देना चाहता। नतीजों को गरिमा के साथ स्वीकार करना चाहिए और मैं कर रहा हूं।

पवार ने कहा कि चुनाव से पहले लोगों के दिमाग में आशंकाएं रही थीं और इस तरह की आशंकाएं पहले कभी नहीं जताई गई थी। उन्होंने 1984 के चुनाव का उदाहरण दिया जब राजीव गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने करीब 400 सीटें जीती थीं। राकांपा प्रमुख ने कहा कि पार्टी नतीजों पर आत्ममंथन करेगी ताकि इस साल के आखिर में महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव में प्रदर्शन बेहतर हो सके।

पवार ने हाल ही में चुनाव में ईवीएम के इस्तेमाल को लेकर शंका जताते हुए दावा किया था कि एक प्रेजेंटेशन के दौरान उन्होंने खुद देखा कि उनकी पार्टी को दिया गया वोट भाजपा के पक्ष में गया। उन्होंने हालांकि कहा था कि वह यह दावा नहीं कर रहे कि सभी ईवीएम इसी तरह की गड़बड़ी कर रहे हैं।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Gold : सोना होने वाला है सस्ता, जानिए किन कारणों से गिर सकते हैं दाम

ईदगाह और हामिद का चिमटा... Waqf की बहस में क्यों हुआ प्रेमचंद की इस कहानी का जिक्र?

बला की खूबसूरत हैं थाईलैंड की 38 साल की प्रधानमंत्री, PM मोदी के साथ सोशल मीडिया पर फोटो वायरल

EPFO क्लेम प्रोसेस को सरकार ने बनाया और भी आसान, इन परेशानियों से मिलेगी मुक्ति

क्या बदलेगा वक्फ कानून को लेकर, 8 पॉइंट्‍स से समझिए

सभी देखें

नवीनतम

रात 2 बजे मणिपुर पर राज्यसभा में क्या बोले अमित शाह, शशि थरूर बोले देर से ही सही, कभी नहीं से बेहतर

भारत पर कितना होगा ट्रम्प के टैरिफ वॉर का असर, 5 सवालों से समझिए

बांग्लादेश की मुराद पूरी, बैंकॉक में पीएम मोदी से मिले मुहम्मद यूनुस

भारतीय विदेश मंत्रालय का बांग्लादेश से अनुरोध, अल्पसंख्यकों से संबंधित घटनाओं की करे गहन जांच

जल गंगा संवर्धन अभियान – जनशक्ति से जलसंरक्षण की क्रांति

अगला लेख