यूपी में बन गई बात, सपा ने कांग्रेस के लिए छोड़ीं 11 सीटें

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
शनिवार, 27 जनवरी 2024 (14:33 IST)
  • इंडिया गठबंधन को यूपी से अच्छी खबर
  • कांग्रेस 11 सीटों पर लड़ सकती है चुनाव
  • 2019 में कांग्रेस को मिली थी 1 सीट
SP Congress alliance in UP: इंडिया गठबंधन (I.N.D.I.A.) में बंगाल से लेकर बिहार तक में जारी उठापटक के बीच उत्तर प्रदेश से अच्छी खबर आ रही है। यूपी में सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति बन गई है। समझौते के आधार पर यूपी में कांग्रेस को 11 सीटें मिलेंगी। दूसरी ओर, बंगाल में ममता बनर्जी कांग्रेस को 2 सीटें देने के लिए राजी थीं, इसके चलते सहमति नहीं बन पाई। दोनों ही दल अब अलग-अलग ही चुनाव लड़ेंगे।

सपा कांग्रेस को 11 सीटें देने के लिए राजी हो गई है। ऐसे में माना जा रहा है कि यहां गठबंधन बना रहेगा। हालांकि इससे पहले समाजवादी पार्टी ने कहा था कि गठबंधन की स्थिति में यूपी की 80 में से 65 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। गठबंधन नहीं होने की स्थिति में पार्टी सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ने को तैयार है। 

रणनीति बदलेगी इतिहास : यादव ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि कांग्रेस के साथ 11 मजबूत सीट से हमारे सौहार्दपूर्ण गठबंधन की अच्छी शुरुआत हो रही है। ये सिलसिला जीत के समीकरण के साथ और भी आगे बढ़ेगा। इसी पोस्‍ट में उन्‍होंने कहा कि ‘इंडिया’ की टीम और ‘पीडीए’ की रणनीति इतिहास बदल देगी।
 
जयंत चौधरी को कितनी सीटें? : विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के घटक दल सपा और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) पहले ही समझौता कर चुके हैं। रालोद को 7 सीट देने पर सहमति बनी थी। रालोद के साथ आगामी लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे पर सहमति बनने के एक दिन बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 20 जनवरी को कहा था कि गठबंधन के लिए कांग्रेस के साथ बातचीत जारी है और उन्‍होंने उम्मीद जताई कि फैसला जल्द होगा।

यह सहमति चुनावों तक कायम रहती है तो तीनों को ही फायदा हो सकता है। वर्तमान में कांग्रेस के पास यूपी में एक ही लोकसभा सीट रायबरेली है, जहां से सोनिया गांधी ने जीत हासिल की थी। हालांकि अमेठी से राहुल गांधी चुनाव हार गए थे। यहां से भाजपा की स्मृति ईरानी ने राहुल को हराया था। 
 
2019 में किसको कितनी लोकसभा सीटें : उप्र में लोकसभा की 80 सीट हैं और 2019 के चुनाव में सपा, बसपा और रालोद ने मिलकर चुनाव लड़ा था। सपा को 5, बसपा को 10 सीट हासिल हुई थी, जबकि रालोद खाता नहीं खोल पाई थी। सपा और कांग्रेस ने 2017 में साथ मिलकर उप्र विधानसभा चुनाव का लड़ा था, लेकिन भाजपा की प्रचंड जीत के सामने यह गठबंधन सफल नहीं हो सका। लोकसभा चुनाव में एनडीए को 64 सीटें (भाजपा-62, अपना दल-2) मिली थीं। कांग्रेस को 1 सीट मिली थीं। 
 
जहां तक वोट प्रतिशत का सवाल है तो एनडीए को 51 फीसदी से ज्यादा वोट मिले थे। 49.98 फीसदी वोट अकेले भाजपा के खाते में गए थे। बसपा को 19.43 प्रतिशत, सपा को 18.11 प्रतिशत और रालोद को 1.69 प्रतिशत वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस को इस चुनाव में 6.36 फीसदी वोट मिले थे। 
Edited by: Vrijendra Singh Jhala
 

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