Uttar Pradesh Lok Sabha Election : 19 अप्रैल यानी आज उत्तर प्रदेश की 8 लोकसभा सीटों के लिए मतदान होना है, उत्तर प्रदेश में पहले चरण में 8 सीटों के लिए यह मतदान होना है जिसमें 80 प्रत्याशी चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं,जिसके लिए लिए चुनाव आयोग की तैयारियां पूरी हैं। 14 हजार 845 मतदान केंद्र बनाए गए हैं जिसमें से 3145 मतदान केंद्र संवेदनशील हैं जिन पर लाइव ब्राडकास्टिंग की व्यवस्था की गई है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रणवा के अनुसार सभी मतदान स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था काफी सख्त रहेगी। आवश्यकता पड़ने पर अर्धसैनिक बलों के लिए आपातकालीन स्थिति में हेलीकॉप्टर व एयर एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है। मतदान शाम तक किया जा सकता है। उत्तर प्रदेश की जिन आठ सीटों के लिए मतदान होने हैं उनमें सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर व पीलीभीत की सीट है। जिन पर 80 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है जिनकी किस्मत का फैसला होना है। इन सभी आठों लोकसभा सीटों की क्षेत्रवार ग्राउंड लेबल को देखें और पीलीभीत लोकसभा सीट की अगर बात करें तो यह सीट दशकों से मेनका गांधी के नाम ही रही है और पिछले चुनाव में इनके बेटे वरुण गांधी ने रिकार्ड वोटों से जीत दर्ज की थी।
2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा से मेनका गांधी ने 5.46 लाख से अधिक वोटों से जीत दर्ज की थी वहीं सपा के बुद्ध सेन वर्मा को हरा कर 52.1% वोट शेयर हासिल किया था, वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में इनके बेटे वरुण गांधी भाजपा से चुनाव मैदान में थे जिन्होंने रिकार्ड 7.04 लाख वोट के साथ जीत हासिल की थी वहीं सपा के हेमराज वर्मा को 4.48 लाख वोट हासिल हुए थे।
किन्तु 2024 के लोकसभा चुनाव में इस सीट से गांधी परिवार के इन दोनों (मेनका व वरुण) में से किसी को भी भाजपा ने टिकट नहीं दिया जिससे हो सकता है कि इस क्षेत्र में भाजपा के ऊपर नकारात्मक प्रभाव पड़े हालांकि इस बार के लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी के रूप में जितिन प्रसाद हैं जिनका नाम व कद दोनों ही बड़ा है, वहीं सपा से भगवत शरण गंगवार हैं और बसपा से अनीस अहमद खान हैं पीलीभीत के चुनाव मैदान में, सहारनपुर लोकसभा क्षेत्र में 2014 के लोकसभा चुनाव में राघव लखन पाल ने 4.72 लाख से अधिक वोट व 39.6% वोट से यह जीत दर्ज की थी, लोकसभा चुनाव 2019 में बसपा के हाजी फजलूर रहमान ने 5.14 लाख व 41.7% वोट शेयर के साथ भाजपा से यह सीट हासिल की थी।
भाजपा के राघव लखन पाल को 4.91 लाख वोट मिले थे, इस बार के 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के अपने पुराने प्रत्याशी पर ही भरोसा करते हुए राघव लखन पाल को फिर से प्रत्याशी बनाया है। सपा व कांग्रेस के समर्थन के प्रत्याशी इमरान मसूद व बसपा प्रत्याशी मजीद अली अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, कैराना लोकसभा क्षेत्र में 2014 में भाजपा के हुकुम सिंह ने 5.65 लाख व 50.6% वोट शेयर से यह सीट जीती थी किन्तु उनके निधन के बाद 2018 के उपचुनाव में आरएलडी की तबस्सुम हसन ने हुकुम सिंह की बेटी मृगांका सिंह को हराकर जीत दर्ज की थी।
2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रदीप कुमार ने 5.66 लाख से अधिक वोट व 50.4 वोट शेयर के साथ वापस सीट ली थी। लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा के प्रत्याशी के रूप में सांसद प्रदीप कुमार हैं तो वहीं सपा के इकरार हसन व बसपा के पाल सिंह चुनाव में हैं, मुजफ्फरनगर लोकसभा क्षेत्र की चुनावी स्थिति पर नजर डालें तो 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के संजीव बालियान ने बसपा के कादिर राणा को 4.3 लाख से अधिक वोटों के अंतर से हराया था बालियान को 6.53 लाख से अधिक वोट व 59% वोट शेयर हासिल हुए थे, 2019 के चुनाव में भाजपा व आरएलडी के बीच कांटे की टक्कर हुई थी जिसमें बालियान को 5.73 लाख से अधिक वोट व 49.5% वोट शेयर हासिल कर जीत दर्ज की थी जबकि आरएलडी प्रमुख अजित सिंह को 5.67 लाख से अधिक वोट व 49% वोट शेयर मिला था।
अब 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के संजीव बालियान, सपा के ह्रींन्द्र मलिक व बसपा दारा सिंह प्रजापति,रामपुर लोकसभा क्षेत्र पर नजर डालें तो इस क्षेत्र को आजम खान का गढ़ कहा जाता है किन्तु 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के डॉ. नेपाल सिंह ने 3.58 लाख से अधिक वोट व 37.5% वोट शेयर हासिल कर विजय हासिल की थी। इस चुनाव में सपा ने कड़ी टक्कर दी थी, वही 2019 के चुनाव में सपा के आजम खान ने 5.59 लाख से अधिक वोट व 52.7% वोट शेयर हासिल कर जीत दर्ज की थी लेकिन इसी चुनाव मे घृणास्पद भाषण मामले में तीन वर्ष की कैद की सजा होने के कारण अयोग्य घोषित किए जाने के कारण 2022 में हुए उप चुनाव में भाजपा ने वापस ले ली थी।
अब हम चर्चा करते हैं ब्रास सिटी मुरादाबाद की जहां 2014 के लोकसभा चुनाव मे भाजपा के कुंवर सर्वेश कुमार ने 4.85 लाख वोट व 43% वोट शेयर हासिल कर जीत हासिल की थी और 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा के डॉ. एसटी हसन ने 6.49 लाख से अधिक वोट व 50% का वोट शेयर हासिल कर जीत दर्ज कर भाजपा को हराया था। 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के सर्वेश सींग, बसपा के मो. इरफ़ान सैफी हैं। हम बात करते हैं, बिजनौर लोकसभा क्षेत्र की जहां 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के कुंवर भरतेंद्र 4.76 लाख से अधिक वोट व 45.9% वोट शेयर हासिल कर जीत दर्ज की थी और 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा के मलूक नागर ने 5.56 लाख से अधिक वोट व 51% वोट शेयर हासिल कर विजय प्राप्त की थी, 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के चंदन चौहान, बसपा के विजेंद्र सिंह, सपा के यशवीर सिंह हैं।
नगीना लोकसभा क्षेत्र जहां 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के यशवंत सिंह ने 3.67 लाख से अधिक वोट व 39% वोट शेयर हासिल कर जीत दर्ज की और 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा के गिरीशचंद्र ने 5.68 लाख से अधिक वोट हासिल कर भाजपा के यशवंत को हराया था, 2024 में भाजपा से ओम कुमार, बसपा से सुरेंद्र कुमार, सपा से मनोज कुमार हैं।