जिसे अंजाम तक लाना न हो मुमकिन...

Webdunia
दादामुनि, अशोक कुमार ने अपने जीवन में पत्नी के अलावा सिर्फ नलिनी जयवंत से प्यार किया था। अपने घर की छत पर दूरबीन लेकर वे नलिनी को दूर से क़रीब महसूस किया करते थे। इस जोड़ी ने साथ-साथ कई फिल्में कीं।

समाधि, संग्राम, नाज, मि. एक्स साथ-साथ बेशुमार फिल्में और परवान चढ़ता प्यार। फ़ासले भी सड़कों से लिपटे सफर की तरह थे, जो किसी रिश्ते के बिना भी, किसी मंजिल की तलाश के बिना भी सिमटे-सिमटे मुसा़फिर बने रहे। आखिरकार पत्नी शोभा देवी की ख़ातिर अशोक जी को अपने इश्क का, अपने सफर कर रुख मोड़ना पड़ा, एक अजनब ी ख़ामोशी को ओढ़ना पड़ा।

वो अफ़साना, जिसे अंजाम तक लाना न हो मुमकिन,
उसे एक खूबसूरत मोड़ देकर छोड़ना अच्छा।
Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

रसोई की इन 7 चीजों में छुपा है आपका स्किन ब्राइटनिंग सीक्रेट, तुरंत जानें इनके बेहतरीन फायदे

Health Alert : कहीं सेहत के लिए हानिकारक तो नहीं है सहजन की फली?

सॉफ्ट आटा गूंथने के 4 सही तरीके, रोटियां बनेंगी फूली हुई और मुलायम

आपके घर के किचन में छुपा है आयल फ्री त्वचा का राज, जानिए ये होममेड क्लींजर बनाने का तरीका

ऑफिस में बनाना चाहते हैं बढ़िया इमेज तो भूलकर भी ना करें ये गलतियां

सभी देखें

नवीनतम

इस विंटर सीजन अपनी खूबसूरती को बरकरार रखने के लिए ये 10 ब्यूटी टिप्स जरूर करें फॉलो

एक हफ्ते में कम करना चाहते हैं वजन तो ये डिटॉक्स डाइट अपनाएं, तुरंत दिखेगा असर

बदलते मौसम में एलर्जी की समस्या से हैं परेशान? राहत के लिए अपनाएं ये 5 आयुर्वेदिक उपाय

ठंड के सीजन में फटने लगी है त्वचा? तो अपनाएं सबसे असरदार और नैचुरल उपाय

भारतीय लोगों पेट के आस-पास चर्बी क्यों जमा हो जाती है? जानें कारण और समाधान