खबरों में आलोचना देखना आदत बन चुकी है:चौहान

Webdunia
शनिवार, 19 सितम्बर 2009 (12:50 IST)
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि एक सतर्क प्रहरी की भूमिका निभाने वाला मीडिया समाज और तंत्र पर निरंतर निगरानी रखते हुए सभी को अचूक तरीके से अपना काम करने की याद दिलाता रहता है।

चौहान ने कहा कि 'निंदक नियरे राखिए' की तर्ज पर वह समाचार माध्यमों में प्रशंसा के स्थान पर सरकार की आलोचना को पढ़ने या देखने को ज्यादा तरजीह देते हैं।

मुख्यमंत्री शुक्रवार शाम मंत्रालय में एशिया की अग्रणी समाचार एजेंसी यू.एन.आई. की 48वीं वर्षगाँठ के मौके पर प्रकाशित स्मारिका की प्रति ग्रहण कर रहे थे। इस मौके पर यूएनआई के भोपाल ब्यूरो में पदस्थ समाचार संपादक (वार्ता) शरद द्विवेदी, मुख्य उप-संपादक अभिजीत सी. चंद्रा और वरिष्ठ संवाददाता (वार्ता) प्रशांत जैन उपस्थित थे।

चौहान ने इस अवसर पर कहा कि मीडिया समाज का आइना है। इस नाते उसकी भूमिका बेहद महत्वपूर्ण और संवेदनशील हैं। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन सुबह उनकी नजरें अखबारों में छपी आलोचना पर पहले जाती हैं और उसी के आधार पर वह संबंधित अधिकारियों से फीडबैक लेने के बाद उचित कार्रवाई करते हैं।

उन्होंने कहा कि आम आदमी और विकास से जुडी खबरों को भी मीडिया में अहम स्थान मिलना चाहिए। वैश्वीकरण के इस दौर में आज बाजारवाद सहित अन्य तरह के दबाव मीडिया के सामने हैं, लेकिन इनसे उबरते हुए सतर्क और निष्पक्ष प्रहरी की भूमिका का निर्वाह करना ही उसका वास्तविक धर्म है।

Show comments

जरूर पढ़ें

प्रधानमंत्री मोदी ने शरद पवार को सीट पर बैठाया, पानी भी पिलाया, लोगों ने बजाईं तालियां

क्या फडणवीस से नाराज हैं एकनाथ शिंदे? क्यों कहा- मुझे हल्के में मत लेना

बाबा के बुल्डोजर का खौफ, मुस्लिमों ने खुद गिराई 1857 में बनी ब्रिटिशकालीन मस्जिद

इजराइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू बुरी तरह भड़के, कहा- हमास से लेंगे बदला

यूपी होमगार्ड का कितना है वेतन, 44000 से ज्यादा पद खाली

सभी देखें

नवीनतम

Bangalore: महिला से 3 युवकों ने किया गैंगरेप, 3 आरोपी गिरफ्तार

ममता बोलीं, सिर्फ मातृभाषा ही नहीं, अन्य भाषाओं का भी करें सम्मान

ED ने BBC World Service India पर लगाया 3.44 करोड़ का जुर्माना

जयशंकर ने दिया भारत और चीन सहयोग पर जोर

पोप फ्रांसिस अभी भी खतरे से बाहर नहीं, लेकिन प्राणों को संकट नहीं