* मध्यप्रदेश में एंटी-इनकंबेंसी नहीं प्रो-इनकंबेंसी है।
* कांग्रेस पार्टी का चरित्र लोगों का बांटना।
* यह कांग्रेस पार्टी के खून में है।
* वे अंग्रेजों से यही सीखें 'डिवाइड एंड रूल'
* पहले देश को बांटा, फिर संप्रदायों को बांटा।
* देश को आगे ले जाना है तो जोड़ने की राजनीति करनी होगी। तोड़ने की राजनीति समाप्त करना होगी।
* कांग्रेस के एक परिवार ने सत्ता को 'भूतिया बंगला' बताया। वे लोग सत्ता को जहर तो कहते हैं, लेकिन वे सत्ता छोड़ने को तैयार नहीं।
* चुनाव विकास के नाम पर लड़ा जाना चाहिए। जाति, संप्रदाय, बिरादरी के नाम पर 50 साल चुनाव हो गए, लेकिन अब विकास के नाम पर लड़ना चाहिए।
* हम दुनिया के सबसे युवा देश हैं। युवाओं के पास असंख्य भुजाएं हैं, अदम्य इच्छाशक्ति है। यदि इन हाथों को काम मिले तो हमारे देश के नौजवान देश का भविष्य बदल सकते हैं।
* कांग्रेस के नेता वादे करने में माहिर।
* 125 करोड़ लोगों का देश विश्व के कल्याण में लगे।
* लोग भाजपा सरकार के पक्ष में।
* कांग्रेस ने 100 दिन में महंगाई घटाने का वादा किया था, लेकिन महंगाई कम होने के बजाय और बढ़ गई। क्या यह देश की जनता के साथ धोखा नहीं है?
* धोखा करने वालों को कभी माफ नहीं किया जा सकता।
* युवाओं के भाग्य से खिलवाड़ करने वाले लोगों को कभी माफ नहीं किया जाना चाहिए।
* प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहनसिंह को सुधार करने की चिंता नहीं है।
* दिल्ली में भाजपा की सरकार बनने पर भी हम चौकीदार ही रहेंगे।
* मैं देश की तिजोरी पर कोई पंजा नहीं पड़ने पर दूंगा।
* भाजपा के सभी नेता चौकदार हैं।
* पिछले 10 सालों में जनता की भलाई करने के मामले में पहले पांच राज्यों में कांग्रेस की कोई सरकार नहीं।
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