संगमरमरी जबलपुर की सैर

Webdunia
ND
मध्यप्रदेश की जधानी भोपाल से 330 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है प्राचीन शहर जबलपुर। रामायण एवं महाभारत की कथाएँ इस शहर से जु़ड़ी हुई हैं। यह शहर पवित्र नर्मदा नदी के तट पर स्थित है। जबलपुर का भौगोलिक क्षेत्र पथरीली, बंजर जमीन और पहाड़ों से आच्छादित है। जबलपुर में आपको बेशुमार संगमरमर की चट्टानें देखने को मिलेंगी।

इनके बीच से बहती हुई नर्मदा चाँदी की लकीर जैसी दिखाई देती है। जबलपुर का खास आकर्षण यहाँ का भेड़ाघाट और धुआँधार जलप्रपात है। यहां नर्मदा संगमरमरी चट्टानों के बीच से बहुत संकरे रास्ते से बहती है। इसके बाद एक बहुत गहरे स्थान में पानी गिरने से पानी की जगह धुआं ही धुआं दिखाई देता है। गर्मियों में इस प्रपात के पास ख़ड़े होने पर गर्मी से काफी राहत मिलती है।

संगराम सागर और बजाना मठ
सन्‌ 1480-1540 में राजा संगराम शाह ने इन इमारतों का निर्माण किया था। कहते हैं कि यहाँ तिलवाराघाट पर महात्मा गाँधी की अस्थियाँ विसर्जित की गई थीं। 1939 में कांग्रेस का सम्मेलन इस स्थान पर आयोजित किया गया था।

माला देवी मंदिर का बारहवीं सदी में निर्माण किया गया था। इस मंदिर में माला देवी या लक्ष्मी की मूर्ति श्रद्धालुओं ने स्थापित की है। बिलहारी 14 कि.मी. है। जबलपुर से 15 कि.मी. की दूरी पर स्थित रामनगर में गोंड राजाओं का किला स्थित है। तीन मंजिला यह किला नर्मदा नदी के तट पर स्थित है। जबलपुर से 84 कि.मी. दूर रूपनाथ स्थित है।

यहाँ विशाल पत्थर के मध्य में शिव लिंग रखा है, जहाँ पर भगवान शिव की पूजा-अर्चना की जाती है। जबलपुर में पर्यटक रेल, सड़क एवं हवाई मार्ग से पहुँच सकते हैं।

मदन महल किला
गोंड राजा मदन शाह ने इस महल को पहा़ड़ों के ऊपर निर्मित किया था। आसमान की ऊँचाइयों से स्पर्श करते इस किले से इस सुंदर नगरी को निहारा जा सकता है।

केसरी चैप्टर 2 के लिए नहीं दिख रहा दर्शकों में क्रेज, क्या अक्षय कुमार की मूवी की ओपनिंग रहेगी सुस्त

हॉरर सीरीज खौफ में अपने किरदार स्वेतलाना को लेकर चुम दरांग ने कही यह बात

डे आउट से लेकर नाइट आउट तक, कृष्णा श्रॉफ के पास हैं हर मौके के लिए परफेक्ट फैशन लुक्स

सई मांजरेकर और अदिवी सेष की फिल्म मेजर जापान में होगी रिलीज

एक्शन पैक्ड फैन्टेसी ड्रामा फिल्म 45 का जबरदस्त टीजर हुआ रिलीज, इस दिन सिनेमाघरों में देगी दस्तक

Loveyapa review: मोबाइल की अदला-बदली से मचा स्यापा

देवा मूवी रिव्यू: शाहिद कपूर और टेक्नीशियन्स की मेहनत पर स्क्रीनप्ले लिखने वालों ने पानी फेरा

Sky Force review: एयर फोर्स के जांबाज योद्धाओं की कहानी

आज़ाद मूवी रिव्यू: अमन-साशा की बिगड़ी शुरुआत, क्यों की अजय देवगन ने यह फिल्म

इमरजेंसी मूवी रिव्यू: कंगना रनौट की एक्टिंग ही फिल्म का एकमात्र मजबूत पक्ष