भोपाल। मध्य प्रदेश को टाइगर स्टेट मिलने के दो दिन के अंदर तीन बाघों की मौत से बड़ा झटका लगा है। उमरिया के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र में दो दिन के अंदर एक बाघ, एक बघिन और शावक के शव मिलने से सनसनी फैल गई है।
नेशनल पार्क के घुनघुटी वन रेंज में बुधवार सुबह वन अमले को एक मृत बाघ का शव मिला। इससे दो दिन पहले टाइगर रिजर्व में टी-32 बाघिन और और एक शावक का शव मिला था। इसके बाद बुधवार को फिर बाघ का शव मिलने से रिजर्व क्षेत्र के अमले में खलबली मच गई।
वन विभाग से जुड़े अफसर बाघों की इस लगातार मौत को बाघों के आपसी संघर्ष से होने वाली मौत बता रहे हैं। वन विभाग के अधिकारी शावक की मौत के पीछे T-33 नामक बाघ को देख रहे हैं।
वन अधिकारियों के अनुसार बाघ द्वारा हमला करने में ही शावक की जान गई। वहीं बाघों के शव मिलने के पीछे उनके शिकार की आंशका से भी इंकार नहीं किया जा सकता।
अभी दो दिन पहले ही तेरह साल के लंबे इंतजार के बाद मध्यप्रदेश कर्नाटक को पिछाड़ कर 526 बाघों के साथ एक बार फिर टाइगर स्टेट बना है। वहीं कर्नाटक में 524 बाघ पाए गए जो मध्यप्रदेश से महज दो कदम पीछे रह कर रैंकिंग में दूसरे स्थान पर लुढ़क गया। ऐसे में अचानक तीन बाघों की मौत ने एक बार प्रबंधन पर सवालिया निशान लगा दिया है।