इंदौर। मध्यप्रदेश में कृषि विभाग के अधिकारियों की भर्ती परीक्षा में कथित घोटाले के खिलाफ यहां मंगलवार को रैली निकाल रहे 79 विद्यार्थियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इसकी जानकारी दी। शहर पुलिस अधीक्षक (सीएसपी) अनिल राठौड़ ने बताया कि कृषि महाविद्यालय से जिलाधिकारी कार्यालय की ओर बढ़ रहे 79 प्रदर्शनकारियों को एमवाय चौराहे के पास गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों को दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 151 (संज्ञेय अपराध घटित होने से रोकने के लिए की जाने एहतियातन गिरफ्तारी) के तहत गिरफ्तार किया गया और जिला जेल भेज दिया गया। बाद में उन्हें मुचलके पर रिहा कर दिया गया।
गिरफ्तारी से पहले प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि राज्य में वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी के कुल 863 पदों के लिए फरवरी में आयोजित भर्ती परीक्षा में घोटाले के जरिए बड़ी तादाद में अयोग्य उम्मीदवारों का चयन किया गया है और चौंकाने वाली बात यह है कि प्रावीण्य सूची में शीर्ष 10 स्थानों पर रहे उम्मीदवार सिर्फ ग्वालियर-चंबल क्षेत्र से ताल्लुक रखते हैं।
प्रदर्शनकारी, कृषि विभाग के अधिकारियों की भर्ती परीक्षा में कथित गड़बड़ियों को व्यापमं-2 घोटाले की संज्ञा दे रहे हैं। गौरतलब है कि यह परीक्षा राज्य के प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) ने आयोजित कराई थी जिसे पहले व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) के रूप में जाना जाता था। राज्य सरकार की ओर से 12 मार्च को जारी विज्ञप्ति में कहा गया था कि वह कृषि विभाग के अधिकारियों की भर्ती परीक्षा को लेकर मिली शिकायतों की जांच कर रही है और इसकी रिपोर्ट शीघ्र अपेक्षित है।
पिछले दशक के दौरान व्यापमं की आयोजित प्रवेश और भर्ती परीक्षाओं में बड़े पैमाने पर धांधली सामने आने के बाद राज्य सरकार ने इसका आधिकारिक नाम बदलकर प्रोफेशनल एक्जामिनेशन बोर्ड रख दिया था। उच्चतम न्यायालय के वर्ष 2015 में दिए गए आदेश के तहत व्यापमं के पुराने घोटाले से जुड़े मामलों की जांच सीबीआई कर रही है। (भाषा)