भोपाल। राजधानी भोपाल में लगातार खराब होती आबोहवा को दुरस्त करने के लिए अब प्रशासन एक्शन मोड में आ गया है। राजधानी में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) लगातार 300 के पार होने के बाद अब प्रशासन ने अपने स्तर पर एक साथ कई उपाय किए है। इसमें गाड़ियों से होने वाला प्रदूषण रोकने के साथ निर्माण कार्यों पर भी सख्ती करना शामिल है।
पीयूसी ना होने पर होगा चालान-भोपाल कलेक्टर आशीष सिंह ने भोपाल शहर के बिगड़ते AQI स्तर को देखते हुए एवं उसमें सुधार के लिये कदम उठाते हुए प्रशासन, आरटीओ, पॉल्यूशन कंट्रोल एवं पुलिस को वाहनों के प्रदूषण स्तर की जाँच करने के निर्देश दिये। साथ ही जिन वाहनों का पीयूसी न हो, उन पर चालानी कार्यवाही करने के निर्देश भी कलेक्टर ने दिए है। इसके साथ कलेक्टर ने सभी पेट्रोल पम्पों पर पीयूसी की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। इसी के साथ उन्होंने कहा कि चार पहिया वाहन को फुल टैंक कराने पर पेट्रोल पम्प संचालक वाहन की मुफ़्त पीयूसी करने की सुविधा प्रदान करेगा।
निर्माण कार्यों पर सख्ती-शहर में लगातार बढ़ते प्रदूषण के बाद अब नगर निगम निर्माण कार्यों पर सख्ती करने जा रहा है। निगम की बिल्डिंग परमिशन शाखा ने 111 भवन निर्माण पर नोटिस जारी करने के साथ 10 की बिल्डिंग परमिशन सस्पेंड कर दी है, जिन्होंने भवन निर्माण के समय ग्रीन नेट नहीं लगाई थी। नगर निगम ने सभी भवन निर्माणकर्ताओं का सख्त निर्देश दिए है कि वह ग्रीन नेट लगाकर ही निर्माण करें जिससे धूल के कण को हवा की गुणवत्ता को खराब नहीं कर सके। इसके साथ सड़कों पर भवन निर्माण सामग्री रखने वालों के खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई की जा रही है।