भोपाल। राजधानी भोपाल से प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-मुजाहिदीन के 4 संदिग्ध आतंकियों की गिरफ्तारियों के बाद पूरे मध्यप्रदेश में अलर्ट जारी किया गया है और संदिग्ध लोगों की पहचान कर उनसे पूछताछ की जा रही है। इसके साथ पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी (SIT) का गठन किया गया है।
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया को पूरे मामले की जानकारी देते हुए कहा कि भोपाल से प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-मुजाहिदीन के 4 संदिग्ध लोगों को भोपाल से पकड़ा गया है,जिनके पास से जिहादी साहित्य, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण व संदिग्ध दस्तावेज मिले है। गृहमंत्री ने कहा कि इसके साथ पूरे मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया जा रहा है जिससे की पूरे मामले की विस्तृत और सघन जांच कर मामले की तह तक पहुंचा जा सके।। इसके साथ संदिग्ध लोगों में से 3 ने बांग्लादेश से संपर्क होना स्वीकार कर लिया है। आज इन संदिग्ध लोगों से पूछताछ कर मामले की विस्तृत जांच की जाएगी।
वहीं गृहमंत्री ने कहा कि भोपाल में संदिग्ध लोगों को पकड़े जाने के बाद पूरे मध्यप्रदेश में अलर्ट जारी कर संदिग्ध लोगों की पहचान कर पूछताछ की जा रही है। गौरतलब है कि भोपाल के ऐशबाग इलाके से जिस प्रतिबंधित संगठन जमायत-ए-मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) से जुड़े संदिग्ध लोगों को पकड़ा गया है उस संगठन भूमिका बोधगया और वर्धमान बम धमाके में पाई गई थी जिसके बाद केंद्र सरकार ने संगठन को 2019 प्रतिबंधित किया था।
क्या है पूरा मामला- राजधानी भोपाल के ऐशबाग और करोंद इलाके से रविवार अल सुबह चार संदिग्ध आतंकियों को पकड़ा गया था। संदिग्ध लोगों के पास से हथियार और बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक साहित्य भी बरामद हुआ है। अब तक की जानकारी के अनुसार संदिग्ध आतंकी ऐशबाग और करोंद इलाके में पिछले डेढ़ साल से किराए के मकान में रह रहे थे जहां से देर रात एटीएस ने छापामारी कर उन्हें पकड़ा है। जिसमें दो संदिग्ध आतंकी पुराने भोपाल के ऐशबाग थाने से चंद कदमों की दूरी पर एक किराए के मकान पर रह रहे थे। एटीएस ने आतंकियों के पास से बड़ी मात्रा में धार्मिक साहित्य, लैपटॉप और हथियार भी जब्त किए गए है।