मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री और नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने विवादित बयान दिया है। गोपाल भार्गव ने कमलनाथ सरकार द्वारा आंगनवाड़ी में बच्चों को अंडे बांटे जाने के प्रस्ताव पर कहा है कि अगर बचपन से ही इसे खाएंगे तो बड़े होकर नरभक्षी हो जाएंगे।
गोपाल भार्गव ने कहा कि भारत के जो संस्कार हैं, सनातन संस्कृति है, उसमें मांसाहार निषेध है। मध्यप्रदेश में आंगनवाड़ी में बच्चों को अंडे दिए जाने पर सियासी जंग छिड़ी हुई है। भाजपा इसे लेकर कमलनाथ सरकार पर निशाना साध रही है।
इससे पहल बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी इस मामले को लेकर कमलनाथ सरकार पर निशाना साधा था। भार्गव ने कहा कि कमलनाथ सरकार सोचना चाहिए कि अभी से अगर बच्चों में तामसिक प्रवृत्ति शुरू कर देते हैं तो बच्चे बड़े होकर क्या बनेंगे।
वेबदुनिया ने उठाया था कुपोषण का मुद्दा : उल्लेखनीय है कि हाल ही में वेबदुनिया ने मध्यप्रदेश में कुपोषण के मुद्दे को प्रमुखता और प्रखरता से उठाया था। रिपोर्ट में कहा गया था कि राज्य में कोपषण के चलते 1000 में से 47 बच्चे अपना पहला जन्मदिन मनाने से पहले ही दम तोड़ देते हैं।
ध्यान देने वाली बात है कि स्वास्थ्य विभाग के हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक प्रदेश में 5 साल में कुपोषण के चलते नवजात शिशुओं की मौत का आंकड़ा चार गुना बढ़ गया है। ऐसे में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा सरकार में मंत्री रहे गोपाल भार्गव का बयान कि अंडे खाने से बच्चे नरभक्षी बन जाएंगे, समझ से परे है।