भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ द्वारा अनुसूचित जाति वर्ग की महिला एवं मंत्री इमरतीदेवी के खिलाफ अपमानजनक बयान के विरोध में आज मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान और भाजपा के अन्य नेता मौन उपवास पर बैठ गए। इमरती देवी का भी मीडिया से चर्चा का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें इमरतीदेवी कमलनाथ को लेकर काफी भला-बुरा कहते हुए सुनी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि कमलनाथ पश्चिम बंगाल के हैं और वे महिलाओं के प्रति अक्सर सम्मानजनक भाव नहीं रखते हैं। इस वीडियो में इमरतीदेवी की आंखों में आंसू भी दिखाई दे रहे हैं।
चौहान ने यहां मिंटो हाल परिसर में 2 घंटे का मौन उपवास करेंगे। मिंटो हाल परिसर में उपवास में शामिल होने के लिए सुबह लगभग 10 बजे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राज्य सरकार के अनेक मंत्री और पदाधिकारी पहुंच चुके हैं। इस अवसर पर अनेक महिला पदाधिकारी भी मौजूद हैं। भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेता भी राज्य में अन्य स्थानों पर मौन उपवास कर रहे हैं।
चौहान ने कहा कि कमलनाथ अपनी आपत्तिजनक टिप्पणी के बावजूद उसे जायज ठहराने का प्रयास कर रहे हैं। यह उचित नहीं है। हमारी संस्कृति नारियों के प्रति सम्मान और पूजने की है। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री प्रायश्चित का भाव नहीं ला रहे हैं, इसलिए प्रायश्चित के स्वरूप उन्होंने दो घंटे का मौन उपवास प्रारंभ किया।
क्या था बयान : कमलनाथ ने कल ग्वालियर जिले के डबरा में आयोजित चुनावी सभा में डबरा से भाजपा प्रत्याशी इमरती देवी को आइटम कहा है। इसके बाद से ही भाजपा काफी हमलावर हो गयी है। वहीं कमलनाथ ने कल देर रात अपनी सफाई में दावा करते हुए कहा कि आइटम कोई असम्मानजनक शब्द नहीं है।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ग्वालियर में और वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया इंदौर में मौन उपवास पर बैठे। ग्वालियर से मिले समाचार के अनुसार वहां के फूलबाग मैदान शर्मा के साथ वरिष्ठ नेता प्रभात झा, पूर्व मंत्री जयभानसिंह पवैया, सांसद रीति पाठक और प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर भी 2 घंटे मौन उपवास पर बैठे। इस उपवास में शामिल होने के लिए ग्वालियर चंबल अंचल के नेता भी पहुंचे हैं।
इंदौर से प्राप्त समाचार के अनुसार वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया अन्य नेताओं के साथ 2 घंटे के मौन उपवास पर बैठे। उपवास करने वालों में सांवेर से भाजपा प्रत्याशी एवं राज्य के जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट भी शामिल हैं। अनेक महिला नेता भी मौन धारण कर बैठी हैं। साथ में अनेक बैनर पोस्टर लगाए गए हैं।
राज्य में अनेक जिला मुख्यालयों पर भी भाजपा नेताओं ने मौन उपवास रखा है। (वार्ता)