भोपाल। मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार के भविष्य को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। कांग्रेस के दिग्गज नेता जहां एक ओर सरकार के पूरी तरह से मजबूत होने का दावा कर रहे हैं, वहीं विपक्ष लगातार सरकार के भविष्य पर सवाल उठा रहा है।
इस बीच, शुक्रवार को विधानसभा में भी सरकार के स्थायित्व को लेकर पक्ष-विपक्ष में नोंक झोंक हुई। सदन में अतिथि शिक्षकों से संबंधित विषय पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि सरकार की कोई समय सीमा नहीं कब तक चलेगी, इसका भरोसा नहीं। वहीं पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कर्नाटक से उठा मानसून गोवा होते हुए मध्यप्रदेश आने वाला है।
नरोत्तम के इस बयान पर नेता प्रतिपक्ष ने उन्हें मौसम वैज्ञानिक बता दिया। विपक्ष के इस हमले के बाद सरकार की तरफ से गृहमंत्री बाला बच्चन ने पलटवार करते हुए कहा कि क्या आप तय करेंगे सरकार की समय सीमास इसके बाद सत्ता पक्ष के कई मंत्रियों ने विपक्ष पर सरकार को अस्थिर करने का आरोप लगाया।
बसपा विधायक ने दिखाए तेवर : वहीं सदन में शून्यकाल के दौरान सरकार को समर्थन दे रही बसपा विधायक रामबाई ने चौरसिया हत्याकांड में अपने परिवार को साजिशन फंसाए जाने का आरोप लगाया। रामबाई ने कहा कि हत्याकांड में उनके परिवार के 28 लोगों को निर्दोष होने के बाद भी जेल में डाला गया।
बसपा विधायक ने कहा कि जब एक विधायक होने के नाते उनको ही न्याय नहीं मिल पा रहा है तो और लोगों को कैसे न्याय मिलेगा? उन्होंने पूरे मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की है। बसपा विधायक की बात का समर्थन विपक्ष और उनके साथी बसपा विधायक ने भी किया। ऐसे में जब सरकार के भविष्य पर भाजपा लगातार सवाल उठ रही है तब बसपा विधायक की नाराजगी के कई सियासी मायने तलाशे जा रहे है।