श्योपुर। मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में उफनती चंबल का पानी करीब तीन गांवों में घुसने से लगभग 4 दर्जन से भी ज्यादा कच्चे मकान टूट गए। सेना ने मोटरबोट के जरिए 75 लोगों को इन गांवों से निकाला। श्योपुर का राजस्थान के तीनों प्रमुख मार्गों से यातायात अब भी बंद है।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक श्योपुर में सामरसा, जेनी व तलावदा गांव में चार दर्जन से ज्यादा कच्चे मकान टूट गए। बबीना से आई सेना जवानों की टुकड़ी ने दो मोटरबोट के जरिए 4 गांवों से करीब 75 लोगों को सोमवार को नदी की बाढ़ के बीच से निकाला।
कलेक्टर बसंत कुर्रे ने मंदसौर जिले के गांधीसागर बांध के अधिकारियों से हुई बातचीत के बाद बताया कि अभी राजस्थान के कोटा बैराज के रास्ते चंबल में पानी छोड़ा जाएगा, जिससे चंबल संभाग के तीनों जिलों श्योपुर, मुरैना व भिंड में हालात सामान्य होने की संभावना नहीं है। हालांकि उन्होंने कहा कि पानी की मात्रा कम होना शुरू हो गई है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि श्योपुर जिले में करीब एक दर्जन गांव बाढ़ से घिरे हैं, जिन पर निगरानी की जा रही है। पिछले तीन दिन से दांतरदा की पुलिया पर पानी होने से राजस्थान को श्योपुर से जोड़ने वाला सवाई माधोपुर राष्ट्रीय राजमार्ग बंद है। श्योपुर से कोटा व श्योपुर से बारां को जाने वाले दोनों मार्ग भी पार्वती नदी के चढ़ाव के कारण नौ दिन से बंद हैं।