चित्रकूट विधानसभा उप चुनाव में 65.07 प्रतिशत मतदान

Webdunia
गुरुवार, 9 नवंबर 2017 (22:36 IST)
चित्रकूट। मध्यप्रदेश के सतना जिले के चित्रकूट विधानसभा उप चुनाव के लिए गुरुवार को हुए मतदान में 65.07 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया। इनमें 64.37 प्रतिशत पुरुष और 65.89 प्रतिशत महिला मतदाता शामिल हैं। उप-चुनाव में 9 निर्दलीय सहित 12 उम्मीदवारों के लिए वोट डाले गए।


उप-चुनाव की मतगणना 12 नवम्बर को सुबह 8 बजे से सतना जिला मुख्यालय पर होगी। विधानसभा चुनाव-2013 में चित्रकूट निर्वाचन क्षेत्र में मतदान का प्रतिशत 67.14 प्रतिशत रहा था। तब 66.60 प्रतिशत पुरुष  एवं 67.66 प्रतिशत महिलाओं ने मतदान किया था। वर्ष 2014 में हुए लोकसभा निर्वाचन में मतदान का प्रतिशत 58.29 रहा। इस चुनाव में 59.77 प्रतिशत पुरुष तथा 56.57 प्रतिशत महिलाओं ने वोट डाले थे।

आज मतदान शुरू होने के पहले मॉक पोल के दौरान 6 मतदान केन्द्रों में 3-3 बीयू एवं सीयू (बैलेट व सेंट्रल यूनिट) तथा 4 वीवीपैट बदली गई। मतदान के दौरान 111-हिरौंदी एवं 74-नयागाँव में एक वीवीपैट बदली गई। मतदान केन्द्र क्रमांक-117 बिछियन एवं बैरहना में विभिन्न मांग को लेकर नागरिकों द्वारा मतदान का बहिष्कार किया गया।

जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक की समझाइश के बाद दोपहर 3.05 बजे बिछियन में मतदान शुरू हो गया था। चित्रकूट निर्वाचन क्षेत्र के मतदान केन्द्रों में मतदान को लेकर मतदाताओं में उत्साह देखा गया। सभी 257 मतदान केन्द्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहे।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

CM धामी ने बदले 18 स्थानों के नाम, औरंगजेबपुर हुआ शिवाजी नगर

कौन हैं निधि तिवारी, बनीं पीएम मोदी की Personal Secretary?

जानिए कौन हैं घिबली' आर्ट की शुरुआत करने वाले हयाओ मियाजाकी, कितनी संपत्ति के हैं मालिक

सावधान! अप्रैल-जून में पड़ेगी सामान्य से ज्यादा गर्मी, लू से होगा सामना

1 अप्रैल की रात से बैंकिंग से लेकर यूपीआई तक बदल रहे हैं ये नियम

सभी देखें

नवीनतम

MP : अहमदाबाद-बरौनी एक्सप्रेस के डिब्बे में लगी आग, यात्रियों में मचा हड़कंप, कोई हताहत नहीं

बंगाल में गैस सिलेंडर विस्फोट, 4 बच्चों समेत 7 लोगों की मौत

साइबर अपराधियों ने ओडिशा के पूर्व IT मंत्री से ठगे 1.4 करोड़

Chhattisgarh : बीजापुर में 13 माओवादी गिरफ्तार, बारूदी सुरंग विस्फोट में थे शामिल

जल संवर्धन के साथ उसका संरक्षण आज की महती आवश्यकता : मोहन यादव

अगला लेख