भोपाल। मध्यप्रदेश के सबसे चर्चित व्यापम घोटाले में एक सनसनीखेज नया मोड़ आया है। इस मामले में सीबीआई ने बीजेपी के बड़े नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा को क्लीन चिट दे दी है।
सीबीआई ने कोर्ट में पेश अपनी चालान रिपोर्ट में लिखा है कि परिवहन मामले में पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा के खिलाफ पर्याप्त सबूत नहीं है। सीबीआई की इस रिपोर्ट से एसटीएफ की उस जांच पर सवाल खड़े हो गए है जिसमें लक्ष्मीकांत शर्मा को दोषी ठहराया गया था। इसके साथ ही सीबीआई ने व्यापम मामले में लक्ष्मीकांत शर्मा समेत 8 अन्य आरोपियों को क्लीन चिट दी है।
सीबीआई ने परिवहन मामले को लेकर विशेष कोर्ट में 27 आरोपियों के खिलाफ 74 पेज का चालान पेश किया है, जिसमें लक्ष्मीकांत शर्मा समेत उनके पूर्व ओएसडी रहे ओपी शुक्ला को भी क्लीन चिट मिली है।
कांग्रेस सरकार आते ही व्यापम मामले पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा को क्लीन चिट मिलने से सूबे की सियासत गर्मा गई है। व्यापम मामले को लेकर पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा लंबे समय तक जेल में रहे। वहीं विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने सिरोंज से लक्ष्मीकांत शर्मा के भाई उमाकांत शर्मा को अपना उम्मीदवार बनाया था, जो चुनाव में जीत कर विधानसभा भी पहुंचे हैं। ऐसे में एसटीएफ की उस जांच पर भी सवाल खड़े हो गए है जिसमें लक्ष्मीकांत शर्मा को आरोपी बताया गया था।