भोपाल। मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ का बड़ा बयान सामने आया है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात करने के बाद मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि मंत्रिमंडल में पहली बार चुनकर आए विधायकों को मौका नहीं मिलेगा।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि नए विधायकों को अभी सीखने की जरूरत है। मुख्यमंत्री कमलनाथ के इस बयान से साफ हो गया है कि मंत्रिमंडल में अनुभवी विधायकों को जगह मिलेगी। मध्यप्रदेश विधानसभा के चुनकर आए कांग्रेस के कुल 114 विधायकों में से 55 विधायक ऐसे है जो पहली बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। ऐसे में इन विधायकों के मंत्री बनने की चाहत अधूरी रह जाएगी।
वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बीएसपी और सपा के कोटे से विधायकों के मंत्री बनाए जाने पर कहा कि दोनों ही दलों ने समर्थन के वक्त ऐसी कोई शर्त नहीं रखी थी।
दिल्ली में लगेगी अंतिम मुहर : मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंत्रियों के संभावित नाम लेकर दिल्ली रवाना हो गया है। यहां वो आज पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी और एके एंटोनी से मुलाकात कर इन नामों पर चर्चा करेंगे। वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ के कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह से भी मुलाकात कर मंत्रिमंडल के नामों को अंतिम रूप देंगे।
सात दिसंबर से विधानसभा का सत्र : मध्यप्रदेश विधानसभा का पहला सत्र सात जनवरी से शुरू होगा। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात करने के बाद कहा कि सात दिसंबर से विधानसभा का सत्र शुरू होगा। इसमें पहले दिन विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी। दूसरे दिन यानि 8 जनवरी को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का अभिभाषण होगा। वहीं विधानसभा में भी सत्र को लेकर तैयारियां तेज हो गई है।