भोपाल। मध्यप्रदेश में नेता प्रतिपक्ष का फैसला कांग्रेस आलाकमान करेगा। गुरुवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक में एक लाइन का प्रस्ताव कर नेता प्रतिपक्ष चुनने का फैसला कांग्रेस आलाकमान पर छोड़ दिया गया। कांग्रेस विधायक दल की बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला और स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष भंवर जितेंद्र सिंह मौजूद रहे।
वहीं कांग्रेस विधायक दल की बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ नहीं पहुंचे। छिंदवाड़ा से कांग्रेस विधायक चुने गए कमलनाथ का कांग्रेस विधायक दल की बैठक में नहीं पहुंचने को लेकर कई सवाल उठ रहे है। हलांकि बैठक में पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पहुंचे लेकिन उन्होंने मीडिया से कोई चर्चा नहीं की।
नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में कई नाम- मध्यप्रदेश में नेता प्रतिपक्ष बनने की दौड़ में कई नाम है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष और चुरहट से विधायक चुने गए अजय सिंह नेता प्रतिपक्ष बनने की दौड़ में शामिल है। वहीं प्रदेश की जातिगत राजनीति को साधने के लिए कांग्रेस किसी आदिवासी चेहरे को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी सौंप सकती है। कांग्रेस के आदिवासी विधायक उमंग सिंघार, बाला बच्चन, ओमकार सिंह मरकाम के नाम शामिल है।
बैठक के बाद कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार ने कहा कि बैठक में सभी विधायकों ने एकमत होकर नेता प्रतिपक्ष का चुनाव करने का फैसला कांग्रेस आलाकमान पर छोड़ दिया। वहीं खुद की नेता प्रतिपक्ष की दावेदारी पर उमंग सिंघार ने लिखा कि पार्टी आलाकमान जो फैसला लेगा वह सब को मंजूर होगा।