भोपाल । मध्यप्रदेश में कोरोना को लेकर एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। पिछले दिनों इंदौर में पुलिसकर्मियों पर पथराव करने वाले जिन 4 आरोपियों को रासुका की कार्रवाई कर जबलपुर जेल भेजा गया था उसमें से एक कैदी जांच में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इस खबर के सामने आने के बाद जबलपुर से लेकर इंदौर तक हड़कंप मच गया है।
पिछले दिनों इंदौर में लॉकडाउन के दौरान जिन चार आरोपियों को पुलिसकर्मियों पर पत्थरबाजी और हमला करने के आरोप में गिरफ्तार कर रासुका लगाकर जबलपुर जेल भेजा गया उसमें से एक आरोपी जावेद खान कोरोना पॉजिटिव निकला है। हैरत की बात यह है कि गिरफ्तारी के बाद न तो आरोपी की किसी भी तरह की स्क्रीनिंग हुई और न ही उसकी ट्रैवल हिस्ट्री चेक की गई। इतना ही नहीं आरोपियों को जब जबलपुर जेल भेजा गया तब भी किसी भी प्रकार की जांच नहीं हुई।
वहीं जेल में आरोपी जावेद में कोरोना के लक्षण मिलने के बाद उसकी जांच करवाई गई थी तो वह कोरोना पॉजिटिव निकला। कैदी के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद उसको इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि कोरोना पॉजिटिन निकला आरोपी पिछले कई दिनों से खांसी और बुखार से पीड़ित था।
उधर अब उन पुलिसकर्मियों को भी आइसोलेट किया जा रहा है जो आरोपियों को लेकर जबलपुर गए थे। इसके साथ ही केंद्रीय जेल में जिस बैरक में कैदी को रखा गया था उसको सैनेटाइज किया जा रहा है और संपर्क में आने वाले अन्य कैदियों की जांच भी की जा रही है।
उधर घटना से सबक लेते हुए भोपाल सेंट्रल जेल में नए कैदियों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है। नए कैदियों को अब पुरानी जेल में रखा जाएगा। जेल में बंद कैदियों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए यह फैसला लिया गया है। केंद्रीय जेल अधीक्षक के आदेश के मुताबिक यह व्यवस्था तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है।