dog panic: कुत्तों की दहशत कितनी ज्यादा है, इसका एक उदाहरण कल शुक्रवार को उज्जैन में देखने में आया है। यहां कल शुक्रवार कुत्ते की दहशत ने 7 साल की मासूम की जान ले ली। प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह मासूम सेंट पॉल स्कूल में परीक्षा देने गई थी। जब वह घर लौटी तो गली में साइकल चला रही थी, तभी अचानक एक कुत्ता उसके पीछे पड़ गया।
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इस कुत्ते की दहशत कुछ इतनी थी कि उससे बचने के लिए मासूम तुरंत घर की ओर भागी, जहां उसे उल्टी हुई और थोड़ी देर में ही वह बेहोश हो गई। परिवार के लोग उसे तुरंत 2 निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस पूरी घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। मासूम ईशिया की मौत की जानकारी जैसे ही क्षेत्रवासियों को लगी, वैसे ही उन्होंने क्षेत्र में चक्काजाम कर दिया।
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मृतका ईशिया पिता मुस्तफा लोहावाला के फूफा कुदुबुद्दीन अगरबत्तीवाला ने बताया कि नगर निगम के जिम्मेदारों का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। इसके कारण ही क्षेत्र में 25 से 30 कुत्ते झुंड के रूप में घूम रहे हैं। नगर निगम को चाहिए कि वह कुत्तों को जमा करें और लोगों को बचाएं। नगर निगम जनता की बजाय कुत्तों का साथ दे रही है, जो कि सरासर गलत है।
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मासूम ईशिया की मौत की जानकारी जैसे ही क्षेत्रवासियों को लगी, वैसे ही उन्होंने क्षेत्र में चक्काजाम कर दिया। कुत्ते की दहशत के कारण हुई मौत पर क्षेत्रवासी काफी आक्रोशित हैं जिनका कहना था कि आखिर जिम्मेदारों को यह सब कुछ नजर क्यों नहीं आ रहा है? कुत्ते के काटने और दहशत के कारण लगातार लोगों की जान जा रही है लेकिन नगर निगम के जिम्मेदार इंसान की बजाय कुत्तों को बचाने में लगे हैं। इस चक्काजाम में कांग्रेस विधायक महेश परमार भी पहुंचे जिन्होंने भी इस प्रदर्शन को समर्थन दिया।
Edited by: Ravindra Gupta