खंडवा। मध्यप्रदेश में किसानों का बिल माफ करने का वादा लेकर सत्ता में आई कांग्रेसी सरकार अपने अधिकारियों पर अंकुश नहीं रख पा रही है। मप्र विद्युत वितरण कंपनी के अफसर खेतों में पहुंचकर किसानों के पानी के मोटर पंप निकालकर ले जा रहे हैं। बिजली बिल जमा नहीं होने की दशा में किसानों के साथ दुर्व्यवहार करने की शिकायतें आ रही हैं।
ऐसा ही एक मामला खंडवा में सामने आया है। यहां वितरण कंपनी के अधिकारी की प्रताड़ना से एक किसान की मौत हो गई। खंडवा के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। खंडवा जिले के छैगांवमाखन के किसान जयपाल सिंह की शिकायत है कि बिजली के बिल भरे जाने के बावजूद अधिकारी खेतों में पहुंचकर कुएं से मोटर पंप निकालकर ले जा रहे हैं।
किसान जयपाल सिंह के मुताबिक उसके भाई की पानी की मोटर पंप जब्त करने पर उसे उल्टियां होने लगीं और वह सदमे में आया तथा उसकी मौत हो गई। विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए किसानों ने कहा कि बिजली के बिल जमा करने के बावजूद उनके साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है, विद्युत कनेक्शन काटे जा रहे हैं तथा इससे किसान प्रताड़ित हो रहे हैं। प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।