भोपाल। मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी की पत्नी डॉ. नीरा चौधरी को प्रभारी संयुक्त संचालक नियुक्त करने को लेकर राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है। इस नियुक्ति को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर निशाना भी साधा। कांग्रेस ने कहा कि कई वरिष्ठ डॉक्टरों की अनदेखी कर पद पर नियुक्ति की गई है।
डॉ. नीरा चौधरी को चिकित्सा अधिकारी, प्रभारी जिला स्वास्थ्य अधिकारी (डीएचओ) भोपाल से कार्यालय क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं भोपाल संभाग में प्रभारी संयुक्त संचालक के पद पर पदस्थ किया गया है। संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं की अपर संचालक सपना एम. लोवंशी द्वारा यह आदेश 4 जनवरी को जारी किया गया था।
इधर डॉक्टरों में इस बात को लेकर गुस्सा है कि हाईकोर्ट द्वारा सीधी के प्रकरण में यह फैसला आ चुका है कि केवल वरिष्ठतम अधिकारी को ही प्रभार दिया जा सकता है। प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने ट्वीट किया कि अंधा बांटे रेवड़ी फिर अपने-अपने को दे। बहुत से सीनियर डॉक्टर्स को बायपास करते हुए स्वास्थ्य मंत्री की पत्नी को प्रभारी संयुक्त संचालक बना दिया गया।
डॉ. नीरा चौधरी ने कहा कि जिसे जो कहना हो, कहता रहे। प्रदेश में सरकारी सेवाओं में नियुक्ति का नया मामला नहीं है। इससे पहले पूर्व भी जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट के भाई की नियुक्ति पर बवाल मचा था।