radical Islamic outfit Hizb-ut-Tahrir:मध्यप्रदेश में कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन हिज़्ब-उत-तहरीर (HuT) के जिस आतंकी मॉड्यूल का फर्दाफाश हुआ है उसमें लगातार बड़े खुलासे हो रहे है। एटीएस की गिरफ्त में आए 16 सदस्यों में से 7 सदस्यों ने धर्म परिवर्तन कर इस्लाम धर्म कबूल किया है। वहीं भोपाल से गिरफ्तार किए गए 10 सदस्यों में से 5 ने हिंदू धर्म छोड़कर इस्लाम धर्म कबूल किया है। चौंकाने वाला खुलासा यह है कि भोपाल से गिरफ्तार किए गए तीन सदस्यों में से तीन सदस्यों ने हिंदू युवतियों से शादी कर उनका धर्म परिवर्तन कराया।
एटीएस ने हैदराबाद से जिस मोहम्मद सलीम को गिरफ्तार किया है वह भोपाल के बैरसिया का रहने वाला है और उसका असली नाम सौरभ राजवैध था। सौरभ ने साल 2010 में अपना धर्म परिवर्तन कर इस्लाम धर्म कबूल कर लिया था। वहीं सौरभ की पत्नी ने भी हिंदू धर्म छोड़ इस्लाम धर्म कबूला था। चौंकाने वाला खुलासा यह है कि सौरभ एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के डेक्कन कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज कॉलेज में बायोटेक्निकल डिपार्टमेंट में प्रोफेसर के पद पर था। वहीं भोपाल के शाहजहांनाबाद का रहने वाला जिम ट्रेनर यासिर खान ने हिंदू ल़ड़की से शादी कर उसका धर्म परिवर्तन कराया।
वहीं एटीएस की गिरफ्तर में आए हिज्ब-उत-तरहीर के मुख्य सरगना सलीम के ओवैसी के कॉलेज से जुड़े होने पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा कहा कि कि अब आप से समझ सकते हैं कि इनके तार किस किस से जुड़े हैं। जांच में इनके हर कनेक्शन खंगालने का काम किया जा रहा है। गृहमंत्री ने कहा हिज्ब-उत-तहरीर से जुड़े जिन 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें से 7 आरोपियों के धर्मांतरण की बात समाने आ है। आरोपियों ने लव जिहाद कर हिंदू युवतियों को मुस्लिम बनाया।
मध्यप्रदेश में केरल स्टोरी नहीं बनने देंगे- वहीं पूरे मामले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हिज्ब-उत-तहरीर का नेटवर्क कई लोगों की जिंदगी भी तबाह करने वाला था। इनका जो पैटर्न है पहले धर्मांतरण करो, धर्मांतरण करके और फिर बेटी से शादी करके उसे भी धर्मांतरित करो और उसके बाद उसे आतंकवाद के दलदल में धकेल दो। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश को किसी भी कीमत पर हम केरल स्टोरी नहीं बनने देंगे। संगठन के सदस्य समाज की भोली- भाली बेटियों को फंसाकर शादी कर धर्म परिवर्तन जैसे गैर कानूनी काम कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में लव-जिहाद धर्मांतरण का कुचक्र नहीं चलेगा। मध्यप्रदेश की एटीएस की टीम और केंद्रीय एजेंसियों ने संयुक्त रूप से 10 ऐसे लोग भोपाल से पकड़े, एक छिंदवाड़ा से पकड़ा सभी पुलिस रिमांड पर हैं और सभी से पूछताछ जारी है।
हिज्ब-उत-तहरीर के 6 आतंकी हैदराबाद से तेलंगाना पुलिस ने गिरफ्तार कर एक बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है। उनमें से भोपाल से हिंदू से धर्मांतरित होकर गया हुआ एक शख्स भी शामिल है। इन सब के तार हिज्ब-उत-तहरीर से जुड़े हुए हैं। आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि रायसेन से सटे जंगल में ट्रेनिंग कैंप लगाते थे। समाज में घुलने मिलने के लिए इनमें से कोई ट्रेनर होता था। कोई कंप्यूटर टेक्नीशियन होता था कोई दर्जी, कोई ऑटो ड्राइवर इत्यादि का काम कर रहे थे। गिरफ्तार सदस्यों में से एक भोपाल के कोहेफिजा में ऑडिटोरियम ट्यूटोरियल के नाम से कोचिंग सेंटर भी चला रहा था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसे ही जानकारी मिली आतंकी संगठन, कट्टरपंथी, इस्लामिक संगठन हिज्ब-उत-तहरीर के प्रदेश में सक्रिय होने की जानकारी मिली, एटीएस ने तुरंत कार्रवाई प्रारंभ की एटीएस को निर्देश भी दिए ऐसी गतिविधियां किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएंगी इन्हें जड़ से समाप्त करना है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की धरती पर आतंक को कोई जगह नहीं है। हमने पहले भी सिमी के नेटवर्क को ध्वस्त किया है। चंबल से डकैतों के आतंक को समाप्त किया है। नक्सलवाद छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश की सीमा तक सीमित रह गया है।पिछले साल ही आपकी जानकारी में है 8 नक्सलवादी मुठभेड़ में ढेर किए गए।