भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में विधायकों को दिए गए टैबलेट पर सियासत शुरु हो गई है। विधानसभा में पहली बार पेश किए गए ई बजट को पढ़ने के लिए विधानसभा सचिवालय की तरफ से विधायकों को जो टैबलेट दिए गए थे उस पर कांग्रेस ने सवाल उठाए दिए है। नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने टैबलेट को मेइ इन चाइना बताते हुए कहा कि जिस चीन ने गलवान में हमारे सैनिकों की हत्या की, उसी चीन में असेंबल किए गए टैबलेट विधायकों को दे दिए गए। नेता प्रतपिक्ष ने कहा कि उन्होंने अपना टैबलेट विधानसभा अध्यक्ष को लौटा दिया है। नेता प्रतिपक्ष ने चीन में बने टैबलेट से अपने निजी डेटा के चोरी होने की आंशका जताई है।
वहीं आज सदन में टैबलेट को लेकर कांग्रेस विधायकों ने जोरदार हंगामा किया। कांग्रेस के सीनियर विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि विधायकों को चीन में बने टैबलेट दिए गए। एक ओर भारतीय जनता पार्टी चीन का विरोध करने का दिखावा करती है वहीं मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार चीन में बने टैबलेट विधायकों को दे रही है। क्या भाजपा का चीन का विरोध केवल भाषणों तक ही सीमित है।
वहीं संसदीय कार्यमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने विपक्ष के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि विधायकों को एपल कंपनी के बने हुए टैबलेट दिए गए है। सवाल टैबलेट के ब्रांड को होना चाहिए कहां बना इस पर सवाल नहीं होना चाहिए। कंपनी विश्व में अलग-अलग जगह टैबलेट अंसबेल कराती है। नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि विधायकों को दिए गए टैबलेट की कीमक करीब 1 लाख की है।