दरअसल ऑनलाइन फूड डिलीवरी करने वाली कंपनी जोमैटो ने 10 मिनट में खाना पहुंचाने की सर्विस शुरु कर रही है, जिस पर लगातार विवाद बढ़ता जा रहा है। सर्विस पर सवाल उठने के बीच कंपनी ने सफाई पेश करते हुए कहा था कि दस मिनट में डिलिवरी पास के निश्चित स्थानों, लोकप्रिय तथा मानकीकृत मेन्यू के लिए ही है। इसके साथ 10 तथा 30 मिनट दोनों ही प्रकार की डिलिवरी में देरी होने पर कोई जुर्माना नहीं है और समय पर डिलिवरी में कोई इंसेंटिव नहीं मिलेगा।10 मिनट में फूड डिलीवरी करने की @zomato की सर्विस कर्मचारी के साथ-साथ लोगों की जान से भी खिलवाड़ है।
— Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) March 25, 2022
मध्यप्रदेश में जोमैटो के साथ-साथ किसी को भी ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन नहीं करने दिया जाएगा।
Zomato कंपनी को मेरी हिदायत है कि वह इस पॉलिसी में बदलाव करे। pic.twitter.com/wQAvpZchaP