इंदौर। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के इंदौर प्रवास के दौरान बड़ा हादसा होते-होते टल गया। कमलनाथ पूर्व मंत्री रामेश्वर पटेल का हाल जानने के लिए डीएनएस अस्पताल पहुंचे थे। अस्पताल की जिस लिफ्ट में बैठकर कमलनाथ तीसरी मंजिल पर जा रहे थे, वह लिफ्ट ओवरलोड होने के कारण कुछ ऊपर जाने के बाद झटके से नीचे आ गई। लिफ्ट गिरने पर कमलनाथ की तबीयत बिगड़ गई। घबराहट होने पर अस्पताल में ही उनका ब्लडप्रेशर चेक किया गया। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि कमलनाथ सहित सभी नेता सुरक्षित हैं। खुद को अक्सर हनुमानभक्त बताने वाले कमलनाथ ने ट्वीट किया- 'हनुमानजी की कृपा सदा से रही है। जय हनुमान।'
बाद में लिफ्ट से निकलकर वे सीढ़ियों से तीसरी मंजिल पर पहुंचे और पूर्व मंत्री रामेश्वर पटेल का हालचाल जाना। खबरों के मुताबिक लिफ्ट में करीब 20 नेता सवार थे। कमलनाथ व उनके साथ कांग्रेस के अन्य नेता लिफ्ट में ऊपर जाने के लिए सवार हुए तभी अचानक वह धड़ाम से 10 फुट नीचे गिर पड़ी। लिफ्ट के दरवाजे लॉक हो गए और करीब 10 से 15 मिनट बाद बमुश्किल औजार ढूंढकर लिफ्ट का लॉक खोला गया। कांग्रेस ने इसे सुरक्षा में चूक बताया। हालांकि कमलनाथ और अन्य नेता सुरक्षित हैं।
मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कहा कि लिफ्ट के गिर जाने की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यह सुरक्षा में बड़ी लापरवाही व चूक है। इसकी जांच हो और अस्पताल प्रबंधन पर कार्रवाई होना चाहिए। अस्पताल का निर्माण अभी-अभी हुआ है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित सभी नेता सुरक्षित हैं। लिफ्ट में उनके साथ पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा, पूर्व मंत्री जीतू पटवारी, विधायक विशाल पटेल, शहर कांग्रेस अध्यक्ष विनय बाकलीवाल व उनके सुरक्षाकर्मी सवार थे।
मजिस्ट्रियल जांच के आदेश : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशों के बाद कलेक्टर मनीष सिंह ने डीएनएस हॉस्पिटल में लिफ़्ट दुर्घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। कलेक्टर द्वारा एडीएम मुख्यालय हिमांशु चंद्र को जांच के लिए आदेशित किया गया है। कुछ दिन पूर्व मुख्यमंत्री चौहान भी मंत्रालय की लिफ्ट में फंस गए थे। तब 2 लोगों को सस्पेंड किया गया था।
अस्पताल ने लिफ्ट गिरने से किया इंकार : उधर, डीएनएस हॉस्पिटल के एक अधिकारी ने लिफ्ट गिरने की बात से इनकार करते हुए कहा कि क्षमता से ज्यादा लोगों के सवार होने से यह ऊपर जाने के बजाय अचानक नीचे की ओर जाकर बेसमेंट में पहुंच गई।
उन्होंने कहा कि लिफ्ट के नीचे की तरफ जाने के बाद लिफ्टमैन इसे बेसमेंट में ले गया और इसमें सवार कमलनाथ तथा अन्य लोगों को बाहर निकाला। ये लोग बेसमेंट से सीढ़ियां चढ़कर अस्पताल की ऊपरी मंजिल पर पहुंचे और वरिष्ठ कांग्रेस नेता रामेश्वर पटेल के हाल-चाल जानने के बाद दूसरी लिफ्ट से नीचे उतरकर अगले पड़ाव की ओर रवाना हुए।