इंदौर। इंदौर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में गुरुवार को बावड़ी की छत धंसने से 36 लोगों की मौत हो गई। इनमें से 11 लोग एक ही परिवार के थे। कच्छ पाटीदार समाज की धर्मशाला में इनके अंतिम संस्कार की तैयारियां की जा रही है। जिसने भी इस तस्वीर को देखा अंदर तक दहल गया। प्रशासन की नाकामी की यह तस्वीर देख रो पडेंगे आप।
पटेल नगर और उसके आसपास के क्षेत्रों में सन्नाटा पसरा हुआ है। आंखों में आंसू, दिल में दर्द लिए परिजनों को अंतिम संस्कार की तैयारियां करते देख जिसने भी देखा, वह अंदर तक सिहर गया। गुजरात पटेल परिवार के इन 11 सदस्यों का अंतिम संस्कार कुछ ही देर में रिजनल पार्क मुक्तिधाम पर किया जाएगा। लगभग इसी समय सिंधी समाज के 17 लोगों का भी अंतिम संस्कार किया जाएगा।
प्रशासन की लापरवाही को लेकर शहर में जमकर गुस्सा दिखाई दे रहा है। लोगों का कहना है कि अगर रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं थे तो सेना को पहले ही मदद के लिए बुला लेना था। इस लापरवाही की वजह से 36 लोगों की जान चली गई। लोगों को इस बात की भी शिकायत थी कि वे अपने परिजनों को बचाना चाहते थे लेकिन पुलिस ने उन्हें रेस्क्यू करने से रोका।
अस्पताल से लेकर घटनास्थल तक सभी दूर मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को भी लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा कि हादसे के लिए जो भी जिम्मेदार होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
पुलिस ने बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर के अध्यक्ष सेवाराम गलानी और सचिव मुरली सबनानी के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है।