भोपाल। मध्यप्रदेश में मोदी सरकार के आखिरी बजट को लेकर सियासत गर्मा गई है। कर्जमाफी की काट के लिए बजट में मोदी सरकार ने जिस किसान सम्मान निधि की घोषणा की है, उसको लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है। कांग्रेस ने बजट में किसानों के लिए की गई घोषणा को किसानों के साथ धोखा करार दिया।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बजट को चुनावी बजट बताते हुए कहा कि बजट में किसानों के लिए जो राशि घोषित की गई है, वह ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अब चुनाव के समय सरकार को किसान, गरीब, मजदूर और गौमाता की याद आई है।
किसान कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष केदार सिरोही ने कहा कि सरकार ने किसानों को चुनाव से पहले 12 करोड़ किसानों को 2,000 रुपए देकर खुश करने की जो कोशिश की है, वह नाकामयाब रहेगी। उनका कहना है कि जब आज देश का किसान कर्ज के बोझ तले दबा जा रहा है, तब मोदी सरकार ने 6,000 रु. प्रति हैक्टेयर मतलब 1,200 रु. बीघा सालाना देने की घोषणा की है। उसके हिसाब से किसानों को 100 रु. महीना एवं 3.30 पैसे प्रतिदिन मिलेंगे जिससे किसानों की आत्महत्या, पलायन, फसलों के दाम की समस्या खत्म नहीं होगी और न ही ग्रामीण रोजगार और एग्री प्रोसेसिंग को कोई बढ़ावा मिलेगा।
केदार सिरोही का कहना है कि इस बजट ने एक बार फिर मोदी सरकार की किसान विरोधी सोच सामने आई। बीजेपी ने मोदी सरकार के बजट को ऐतिहासिक बताया है। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार का ये बजट सभी वर्गों के कल्याण के लिए है।