भोपाल। मशहूर कवि और लेखक कुमार विश्वास नए विवाद में घिर गए हैं । उज्जैन में विक्रमोत्सव के कार्यक्रम में रामकथा के दौरान कुमार विश्वास के राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को अनपढ़ बताने पर बखेड़ा खड़ा हो गया। भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेंद्र शर्मा ने कुमार विश्वास के बयान पर नाराजगी जताते हुए सरकारी कार्यक्रम में नहीं बुलाने को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है।
क्या कहा था कुमार विश्वास ने?- उज्जैन में रामकथा का पाठ करते हुए कुमार विश्वास ने किस्सा सुनाते हुए कहा कि आज से चार-पांच साल पहले बजट आने वाला था और मैं अपने घर में स्टूडियों में खड़ा था और कुछ रिकॉर्डिंग कर रहा था। एक बच्चे ने मोबाइल ऑन कर दिया, वह बच्चा हमारे साथ काम करता है, संघ में, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में काम करता है।
बोला भैय्या बजट आ रहा है कैसा आना चाहिए. मैंने कहा तुमने तो रामराज्य की सरकार बनाई है तो रामराज्य का बजट आना चाहिए। तो बोला रामराज्य कहां बजट होता था। तो मैंने कहा कि समस्या तुम्हारी यही है, कि वामपंथी तो कुपढ़ है और तुम अनपढ़ हो। इस देश में दो लोगों का ही झगड़ा चल रहा है कि वामपंथी है जो कुपढ़ है और एक यह वाले है जिन्होंने पढ़ा ही नहीं है, यह सिर्फ बोलते है कि हमारे वेदों में, देखे नहीं है कि क्या लिखा है। भाई पढ़ भी लो।
भाजपा ने जताया एतराज-राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं को अनपढ़ बताने भाजपा नेता कुमार विश्वास के खिलाफ उतर आए है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. हितेष वाजपेयी ने कुमार विश्वास को रंगे सियार बताते हुए पीटने की बात की है।
वहीं भाजपा कार्यसमिति के सदस्य सुरेंद्र शर्मा ने उज्जैन मे चल रहे कार्यक्रम को रद्द करने की मांग मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहन से की है। भाजपा नेता ने कुमार विश्वास के बयान पर नाराजगी जताते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है।
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में सुरेंद्र शर्मा ने मांग की है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बारे में अपमानजनक शब्द कहने वाले कवि कुमार विश्वास को किसी भी शासकीय कार्यक्रम में नहीं बुलाए जाएं। भाजपा नेता ने कुमार विश्वास के बयान को संघ की उस राष्ट्रवादी विद्वत विचारधारा का अपमान बताया है कि जिसको डॉ केशव बलिराम हेडगेवार ने दिया था।
सुरेंद्र शर्मा ने अपने पत्र में लिखा है कि कुमार विश्वास ने धृष्टता की पराकाष्ठा करते हुए संघ के सभी कार्यकर्ताओं का अपमान किया है। कुमार विश्वास को भविष्य में किसी भी शासकीय कार्यक्रम में ना बुलाया जाए एवं उज्जैन में जो कार्यक्रम चल रहा है उस पर रोक लगाई जाये।
विवाद के बाद मांगी माफी-वहीं बयान पर बवाल मचने के बाद कुमार विश्वास ने आज एक बयान जारी कर माफी मांगी है। कुमार विश्वास ने कहा कि कथा के दौरान उन्होंने संयोग से अपने कार्यालय में काम करने वाले एक बालक के बारे में टिप्पणी की जो संयोग से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में काम करता है। पढ़ता लिखता कम है और बोलता ज्यादा तो मैंने कहा कि वामपंथी कुपढ़ और तुम अनपढ़ हो। सिर्फ इतनी बात कही और कुछ विघ्न संतोषी ने इसे ज्यादा फैला।
आज कुछ ने कहा कि रामकथा को भंग करेंगे तो भाई ध्यान रखिएगा कि राम की कथा को कौन भंग करते है। वहीं कुमार विश्वास ने कहा कि जो मैं बोल रहा हूं, उसका अर्थ आप उस तरह से लगाए जो मैं बोल रहा हूं। अगर आप किसी नए अर्थ में समझेंगे तो इसके लिए मैं जिम्मेदार नहीं हूं। अगर आप की सामान्य बुद्धि में अगर यह प्रसंग किसी और तरीके से चला गया है तो इसके लिए मुझे माफ करें। वहीं कुमाऱ विश्वास ने खुद अपने परिवार के राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ाव को बताया।