अशोकनगर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर संभाग के अशोकनगर जिले में करीब 50 लोग बाढ़ में फंस गए। इन्हें बचाने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) की टीम वहां शुक्रवार रात को पहुंच गई। अशोकनगर में टुमन और मंगावली गांव में फंसे सभी 40 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। 6 गांव में अभी भी 50 से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं।
अशोकनगर के कलेक्टर अभय वर्मा ने बताया कि ये 50 लोग अशोकनगर एवं बहादुरपुर तहसीलों के छह गांवों में बाढ़ के पानी में फंसे हुए हैं। एनडीआरएफ की एक टीम पहुंच गई है। एनडीआरएफ की दूसरी टीम रास्ते में है और जल्द मौके पर पहुंच जाएगी।
उन्होंने कहा कि सेना एवं वायुसेना की टीमों के शनिवार सुबह तक इस बचाव अभियान में शामिल होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि प्रभावित छह गांव में पानी का स्तर लगातार नीचे आ रहा है।
वहीं, भोपाल में मुख्यमंत्री कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की टीम भी मौके पर मौजूद है और अशोकनगर में सभी लोग सुरक्षित हैं। अधिकारियों ने कहा कि इन गांवों से सुबह वायुसेन एवं सेना की मदद से लोगों को निकाला जाएगा। ये गांव बरखेड़ा लाल, बर्री, उमरा, बरखेड़ी, चाचूखेड़ा एवं सावलहैड़ा हैं।
इससे कुछ ही घंटे पहले पहले शुक्रवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह को फोन कर प्रदेश के ग्वालियर संभाग के अशोकनगर जिले में बाढ़ में फंसे करीब 50 लोगों को बचाने के लिए मदद की गुहार लगाई थी।
चौहान ने भी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से टेलीफोन पर अशोकनगर में बाढ़ में फंसे लगभग 50 लोगों के बचाव को लेकर बात की। तेज बारिश के कारण भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पा रहे हैं, जिससे ऑपरेशन में दिक्कत आ रही है। मध्य प्रदेश के चंबल एवं ग्वालियर संभाग में 4 दिनों से आई बाढ़ के कारण कम से कम 12 लोगों की मौत हुई है।
चित्र सौजन्य : NDRF Twitter account