भोपाल। मध्यप्रदेश के 1250 से अधिक गांवों में भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई। आपदा मोचन एवं सुरक्षा बलों की सहायता से करीब 6,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है जबकि 1950 लोग अब भी बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे हुए हैं। इस बीच राहत और बचाव कार्य का जायजा लेने गए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा भी बाढ़ की चपेट में आ गए। उन्हें एयर लिफ्ट किया गया।
मध्य प्रदेश गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजेश राजौरा ने बताया कि प्रदेश के कम से कम 1,281 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं और बुधवार शाम तक बाढ़ में फंसे 6,220 लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। मौसम विभाग ने राज्य में अगले 48 घंटों के दौरान भारी बारिश की चेतावनी दी है।
गृहमंत्री भी एयरलिफ्ट : दतिया जिले में बाढ़ से घिरे इलाके में पहुंचे गृहमंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने बाढ़ में फंसे लोगों को सकुशल बाहर निकाला और बाद में खुद हेलिकॉप्टर के जरिए एयरलिफ्ट हुए। जिस मोटरबोट से वे वहां पहुंचे थे, उस पर पेड़ गिर गया। एक तार भी उसमें फंस गया था, जिससे नाव नहीं चल पा रही थी। तब गृह मंत्री को भी एयरलिफ्ट करके सुरक्षित निकाला गया।
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने ग्वालियर एवं चंबल संभाग के ग्वालियर, दतिया, शिवपुरी, मुरैना और श्योपुर जिलों के लगभग चार दर्जन गांवों का हवाई दौरा कर जायजा लिया। उन्होंने कहा कि शिवपुरी और ग्वालियर के बीच रेल सेवा और मुरैना में दूरसंचार सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं और बुधवार को हेलीकॉप्टरों से बचाव कार्य शुरु किया गया जबकि मंगलवार को खराब मौसम के कारण बचाव कार्य प्रभावित हुए थे।